शुगर और कैंसर जैसी बीमारियों में भी मिलती है राहत
Benefits of Millets – केन्द्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान ने अपने अनुसंधान के अनुसार शुष्क क्षेत्र के प्रमुख फसल बाजरा से बने आटे के बिस्किट प्रस्तुत किए हैं। इन बिस्किटों में जिंक और आयरन मौजूद होते हैं, जिसके कारण एनीमिया से पीड़ित गर्भवती महिलाएं और बच्चे के लिए यह बहुत फायदेमंद है। इसके अलावा, इसके मोटे अनाज से यह एक उत्तम ब्रेकफास्ट विकल्प भी प्रदान करता है। महिलाएं राजिविका योजना के तहत बाजरे के बिस्किट, कुरकुरे और लड्डू आदि तैयार करके बेचने में सक्षम हो गई हैं, जिससे वे स्वावलंबी हो गई हैं।
बाजरे के उत्पाद जैसे बाजरे के लड्डू, बाजरे के बिस्किट, और बाजरे के कुरकुरे विशेष रूप से कैंसर और मधुमेह के रोगियों के आहार में उपयुक्त हैं क्योंकि ये उनके स्वास्थ्य के लिए लाभकारी साबित होते हैं।Also Read – Snake Temple Of India – शेषनागों से जुड़े इस तीर्थ में श्रद्धापूर्वक पूजा से होगी मनोकामना पूरी
बाजरे के बिस्किट की खासियत | Benefits of Millets
आमतौर पर, बाजरी के आटे में अनेक रासायनिक प्रक्रियाओं के कारण इसका स्वाद समय के साथ कड़वा हो जाता है। बाजरे के दानों की ऊपरी परत को हटाकर आटा बनाया जाता है, जो एक प्रकार के हल्के गोरे रंग का होता है। इस आटे से तैयार की जा रही बिस्किट अब एक महीने तक अच्छे स्वास्थ्य के लिए उपयुक्त होती हैं। शहर में बाजरे के प्रति लोगों में बढ़ती रुचि नजर आती है, और वे इसे खाने में भी आनंद लेते हैं।
चार तरह के बिस्कुट किए तैयार | Benefits of Millets
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो चार प्रकार के बिस्किट तैयार किए गए हैं। पहली प्रकार में, जिसमें 100 फीसदी बाजरा है, एक नमकीन रसीला बिस्किट है। दूसरे प्रकार में, जिसमें 100 फीसदी बाजरे के साथ मीठा बिस्किट तैयार किए गए हैं। तीसरे प्रकार में, 50 फीसदी बाजरा और 50 फीसदी मैदा समाहित हैं। और चौथे प्रकार के बिस्किट में, 50 फीसदी बाजरा और 50 फीसदी गेहूं मिलाकर बनाए गए हैं। Also Read – Bajra Tikki Recipe – कूकीज से बेस्ट है ये बाजरा, गुड़ और तिल से बनी टिक्की
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