Big step: नई दिल्ली: भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए तुर्किये की कंपनी सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की सुरक्षा मंजूरी तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी है। यह कार्रवाई ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BCAS) के आदेश के तहत की गई है।
यह फैसला ऑपरेशन सिंदूर के बाद पैदा हुए भू-राजनीतिक माहौल और तुर्किये के पाकिस्तान समर्थन को लेकर भारत में उठी विरोध की लहर के बीच आया है।
सेलेबी अब भारतीय एयरपोर्ट्स पर ग्राउंड हैंडलिंग नहीं करेगी
- सेलेबी, तुर्किये की प्रमुख ग्राउंड हैंडलिंग कंपनी है जो भारत में 15 वर्षों से अधिक समय से सक्रिय थी।
- यह कंपनी दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलुरु, अहमदाबाद, कोच्चि, कन्नूर और गोवा जैसे 9 प्रमुख हवाई अड्डों पर सेवाएं दे रही थी।
- कंपनी का दावा है कि वह भारत में 10,000 से अधिक लोगों को रोजगार देती है और अब तक 220 मिलियन डॉलर से अधिक का निवेश कर चुकी है।
डेटा सुरक्षा को लेकर ड्रैगनपास के साथ करार खत्म
इसी कड़ी में अडाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड ने चीनी कंपनी ड्रैगनपास के साथ लाउंज एक्सेस सुविधा का करार भी समाप्त कर दिया है।
- ड्रैगनपास यात्रियों के पासपोर्ट डिटेल्स और ट्रैवल हिस्ट्री जैसे संवेदनशील डेटा को संभालती थी।
- चीन की कंपनियों को लेकर पहले से ही डेटा लीक और गोपनीयता के मुद्दों पर संदेह बना हुआ था।
- अब अडाणी एयरपोर्ट्स पर ड्रैगनपास से जुड़े ग्राहकों को लाउंज एक्सेस नहीं मिलेगा।
आज़ादपुर मंडी ने तुर्किये से सेब आयात पर लगाई रोक
दिल्ली की एशिया की सबसे बड़ी फल-सब्जी मंडी, आज़ादपुर मंडी ने तुर्किये से सेब मंगाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है।
- मंडी अध्यक्ष मीठा राम कृपलानी ने कहा, “अब तुर्किये को कोई नया ऑर्डर नहीं दिया जाएगा। हमने 2024 में 1,16,000 टन सेब मंगाए थे, लेकिन अब यह व्यापार पूरी तरह बंद होगा।”
- शिमला के सेब किसान अक्षय ठाकुर ने मांग की कि चीन और तुर्किये से सेब आयात पर बैन लगाया जाए या इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ाई जाए।
फिल्म शूटिंग और डेस्टिनेशन वेडिंग्स पर भी असर संभव
सूत्रों के मुताबिक सरकार जल्द ही तुर्किये और अजरबैजान में फिल्म शूटिंग और विवाह आयोजनों को लेकर एडवाइजरी जारी कर सकती है, जिससे इन देशों में जाने वाले भारतीय नागरिकों की संख्या में कमी आ सकती है।
सरकारी परियोजनाओं में तुर्किये की भूमिका की समीक्षा शुरू
भारत सरकार ने तुर्किये की कंपनियों द्वारा देश में चलाए जा रहे प्रोजेक्ट्स की व्यापक समीक्षा शुरू कर दी है।
- यूपी, दिल्ली, मुंबई, गुजरात और जम्मू-कश्मीर में आईटी, मेट्रो रेल, टनल और मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों में इनकी भागीदारी है।
- सरकार इनकी भूमिका और प्रभाव का आकलन कर रही है और राष्ट्रीय हितों को प्रभावित करने की स्थिति में अनुबंध समाप्त किए जा सकते हैं।
- साभार…
Leave a comment