Boycott: नई दिल्ली | “ऑपरेशन सिंदूर” के दौरान पाकिस्तान के साथ खड़े होने वाले तुर्किये और अजरबैजान के खिलाफ भारत में व्यापारी समुदाय का गुस्सा फूट पड़ा है। देशभर के 125 से अधिक प्रमुख व्यापारी नेताओं ने इन दोनों देशों के साथ व्यापारिक बहिष्कार का ऐलान किया है। इस बहिष्कार में यात्रा, पर्यटन, फिल्म उद्योग और उत्पादों के प्रचार तक शामिल होंगे।
🛑 व्यापारिक संगठनों ने तुर्किये-अजरबैजान से सभी व्यापारिक रिश्ते तोड़ने का निर्णय लिया
शुक्रवार को नई दिल्ली में आयोजित व्यापारी प्रतिनिधियों के सम्मेलन में यह सर्वसम्मति से तय किया गया कि:
- तुर्किये और अजरबैजान के साथ सभी व्यापारिक संबंधों की समीक्षा की जाएगी।
- केंद्र सरकार से भी इस मुद्दे पर नीति पुनर्विचार का आग्रह किया जाएगा।
- फिल्म उद्योग और कॉर्पोरेट कंपनियों से अपील की गई है कि वे इन देशों में शूटिंग या प्रमोशन न करें।
- यदि ऐसा नहीं किया गया, तो व्यापारी और आम जनता फिल्मों व ब्रांड्स का बहिष्कार करेंगे।
🎬 फिल्म इंडस्ट्री से अपील: इन देशों में न करें शूटिंग
व्यापारी संगठनों ने स्पष्ट किया है कि:
- कोई भी बॉलीवुड या कॉर्पोरेट प्रोजेक्ट इन देशों में शूट नहीं होना चाहिए।
- अगर ऐसा होता है, तो संबंधित फिल्मों और ब्रांड्स को सार्वजनिक बहिष्कार का सामना करना पड़ेगा।
🇮🇳 तिरंगा यात्रा और राष्ट्रीय रक्षा कोष में सहयोग
सम्मेलन में यह भी तय किया गया कि:
- जिला स्तर पर “तिरंगा यात्रा” निकाली जाएगी ताकि सेना के शौर्य और बलिदान को सम्मान दिया जा सके।
- राष्ट्रीय रक्षा कोष में स्वेच्छा से आर्थिक योगदान दिया जाएगा।
🙌 व्यापारी समुदाय ने दिखाई राष्ट्रसेवा की भावना
कई राज्यों के व्यापारी नेताओं ने सम्मेलन में भाग लिया, जिनमें उत्तर प्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र, हरियाणा समेत 24 राज्यों के प्रतिनिधि शामिल थे। ये प्रतिनिधि परिधान, किराना, ऑटोमोबाइल, ज्वेलरी, जूते, सूखे मेवे, और मार्बल उद्योग से जुड़े हुए थे।
कैट (CAIT) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा,
“तुर्किये और अजरबैजान ने भारत की सद्भावना का गलत उपयोग किया है और अब आतंकवाद का समर्थन कर रहे हैं। यह भारत की संप्रभुता पर सीधा हमला है।”
👏 स्मृति ईरानी का समर्थन, पेंशन दान की घोषणा
पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने व्यापारियों की राष्ट्रसेवा भावना की प्रशंसा की। उन्होंने खुद पूर्व सांसद के रूप में मिलने वाली पेंशन को राष्ट्रीय रक्षा कोष में दान देने की घोषणा की और सभी व्यापारियों से सहयोग की अपील की।
इस अवसर पर स्वदेशी जागरण मंच के सह-संगठक सतीश कुमार और सह-संयोजक अश्विनी महाजन ने भी देशहित में आत्मनिर्भरता और राष्ट्रवाद की भावना को मजबूती से रखने पर जोर दिया।
🍎 तुर्किये के सेब पर प्रतिबंध की उठी मांग
हिमालयन एपल ग्रोअर्स सोसायटी के तहत देश के सेब उत्पादकों ने केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से तुर्किये से आने वाले सेब पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
उनका कहना है कि तुर्किये के सस्ते सेब से देश के बागबानों को भारी नुकसान हो रहा है।
- हर साल 1 लाख टन से अधिक सेब तुर्किये से आयात होता है।
- यह घरेलू किसानों के लिए घाटे का सौदा बन गया है।
- साभार…
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