Bulldozer: भोपाल। ड्रग तस्करी और दुष्कर्म-ब्लैकमेलिंग प्रकरण से जुड़े आरोपित यासीन और शाहवर ‘मछली’ के परिवार की हटाई खेड़ा स्थित तीन मंजिला कोठी पर गुरुवार को जिला प्रशासन ने कार्रवाई की। तोड़फोड़ से पहले घर का सामान बाहर निकाला गया। मौके पर एसडीएम विनोद सोनकिया के साथ जिला प्रशासन, पुलिस व नगर निगम की टीम मौजूद रही। प्रशासन ने बताया कि कोठी सरकारी जमीन पर बनी थी, इसलिए इसे ध्वस्त किया जा रहा है। सुरक्षा के लिए लगभग 400 पुलिसकर्मी तैनात किए गए और छह मशीनें demolition में लगी रहीं।
पृष्ठभूमि
- कॉलेज छात्राओं से जुड़े रेप-ब्लैकमेलिंग केस में भोपाल पुलिस ने पहले शाहवर ‘मछली’ और उसके भतीजे यासीन को गिरफ्तार किया था।
- इनके बाद चाचा शारिक ‘मछली’ भी पुलिस की गिरफ्त में आया।
कोठी की रूपरेखा (प्रशासनिक आकलन)
- निर्मित क्षेत्र: क़रीब 15,000 वर्गफुट
- मंजिलें/कक्ष: 3 मंजिल, 30 से ज़्यादा कमरे
- अनुमानित कीमत: ₹20–25 करोड़
- परिसर में गैरेज, पार्क, झूला घर आदि निर्मित
- पूरी संरचना सरकारी भूमि पर बताई गई
NHRC ने फिर दखल दिया
टीआईटी कॉलेज से जुड़े दुष्कर्म-ब्लैकमेलिंग कांड में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने पुलिस जांच को अधूरा और लापरवाह बताते हुए दूसरी बार हस्तक्षेप किया है।
- आयोग की टीम दोबारा भोपाल पहुंची, पीड़िताओं से मुलाकात की।
- विभिन्न थानों के जांच अधिकारियों और पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्रा से विस्तृत चर्चा कर पहली जांच की कमियों की ओर संकेत किया और दोबारा किन बिंदुओं पर जांच करनी है, यह स्पष्ट किया।
- जानकारी के अनुसार, फरहान के आपराधिक नेटवर्क और आरोपितों के उससे संबंधों की कड़ियों की फिर से जांच कराई जाएगी।
प्रशासन का पक्ष
एसडीएम विनोद सोनकिया ने कहा कि निर्माण शासकीय भूमि पर होने से कार्रवाई की गई है। पुलिस ने बताया कि ऑन-ग्राउंड कानून-व्यवस्था के लिए अतिरिक्त बल लगाया गया था।
अगले कदम: NHRC के निर्देशों के बाद केस की पुनर्पड़ताल, नेटवर्क की वित्तीय/संगठित अपराध एंगल से जांच और भूमि/निर्माण संबंधी दस्तावेज़ों का सत्यापन तेज होने की संभावना।
साभार…
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