खालिस्तान समर्थकों की साजिश उजागर
Conspiracy:चंडीगढ़ | पंजाब पुलिस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की हत्या की साजिश का बड़ा खुलासा किया है। पुलिस का दावा है कि यह साजिश खालिस्तान समर्थकों द्वारा रची जा रही थी, जिनमें से कई ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन और ‘अकाली दल मोगा जत्थेबंदी’ से जुड़े थे। साजिश का भंडाफोड़ उस वक्त हुआ जब वॉट्सऐप ग्रुप की गुप्त चैट लीक हो गई।
ग्रुप में शामिल 644 सदस्य, दो गिरफ्तार
मोगा पुलिस ने 25 से 30 संदिग्धों के खिलाफ FIR दर्ज की है और दो को गिरफ्तार भी कर लिया है। इनमें बलकार सिंह (खन्ना, लुधियाना) और एक नाबालिग (मोगा) शामिल हैं। यह ग्रुप 644 सदस्यों का था, जिनमें से अधिकतर अमृतसर, तरनतारन, बाबा बकाला, जालंधर और होशियारपुर के रहने वाले हैं।
लक्षित नेता: अमित शाह, रवनीत बिट्टू, बिक्रम मजीठिया
लीक हुई चैट्स में तीन प्रमुख नेताओं को टारगेट बताया गया है:
- रवनीत बिट्टू: जिन्हें अमृतपाल की गिरफ्तारी का जिम्मेदार बताया गया।
- बिक्रम मजीठिया: जिनपर अमृतपाल की गिरफ्तारी के लिए आर्थिक मदद का आरोप है।
- अमित शाह: जिनके खिलाफ एनएसए बढ़ाने का आरोप लगाया गया।
एनएसए अवधि बढ़ने के बाद भड़के समर्थक
खडूर साहिब के सांसद अमृतपाल सिंह पर लागू राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) की अवधि 19 अप्रैल को एक साल तक और बढ़ा दी गई, जिससे उसके समर्थकों में गुस्सा फूट पड़ा। अमृतपाल फिलहाल असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है, जबकि उसके अन्य साथियों को पंजाब की जेलों में शिफ्ट कर दिया गया है।
UAPA और IT एक्ट के तहत मामला दर्ज
पुलिस ने इस साजिश के तहत UAPA, IT एक्ट और भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज किया है:
- धारा 13, 18 UAPA
- धारा 66F, 67 IT एक्ट
- अन्य धाराएं: 61(2)(A), 113(3), 152, 353 BNS
DIG अश्वनी कपूर ने कहा कि जल्द ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वहीं, एसएसपी मोगा अजय गांधी के अनुसार सोशल मीडिया पर केंद्रीय नेताओं को मिल रही धमकियों पर सख्त नजर रखी जा रही है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू ने कहा कि ऐसे देशद्रोही तत्वों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। वहीं, बिक्रम मजीठिया ने अमृतपाल को “शैतान” करार देते हुए सभी चैट्स और वॉयस रिकॉर्डिंग सार्वजनिक की हैं।
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