Corporation:भोपाल। मध्य प्रदेश वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन को स्टेट सिविल सप्लाई कार्पोरेशन, विपणन संघ और नाफेड से 2,127 करोड़ रुपये का भंडारण शुल्क बकाया है। इस राशि की वसूली न होने से कार्पोरेशन को अपने कर्मचारियों के वेतन और अन्य जरूरी खर्चों को पूरा करने में कठिनाई हो रही है। इससे कर्मचारियों में चिंता बढ़ गई है। उनका कहना है कि 1958 से लाभ में चल रहा यह कार्पोरेशन अब बीते तीन वर्षों से वसूली में रुकावट के कारण संकट का सामना कर रहा है। कर्मचारी आशंका जता रहे हैं कि कहीं इसका हाल राज्य परिवहन निगम जैसा न हो जाए।
कर्मचारियों की मांग और समस्याएं
एमपी वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अनिल वाजपेयी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सुझाव दिए हैं:
- फिजूलखर्ची पर रोक: कार्पोरेशन में गैर-जरूरी खर्चों को तुरंत बंद किया जाए।
- दोहरी जिम्मेदारी पर नियंत्रण: जिन कर्मचारियों को दो-दो पदों की जिम्मेदारी दी गई है, उन्हें केवल एक पद की जिम्मेदारी सौंपी जाए। इससे अधिकारियों का ध्यान उनके कार्यों पर केंद्रित हो सकेगा।
कर्मचारियों की चिंता
- वेतन संकट: समय पर वेतन न मिलने से कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति प्रभावित हो रही है।
- भविष्य की आशंका: कर्मचारियों को डर है कि वसूली में देरी और फिजूलखर्ची से कार्पोरेशन का भविष्य संकट में पड़ सकता है।
कार्रवाई की आवश्यकता
राज्य सरकार और संबंधित विभागों से अपेक्षा की जा रही है कि वे तुरंत बकाया राशि की वसूली और कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान करें ताकि कार्पोरेशन की स्थिरता बनाए रखी जा सके।
source internet… साभार….
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