Culture:नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागपुर स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के मुख्यालय का दौरा किया, जहां उन्होंने संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार और दूसरे सरसंघचालक माधव सदाशिव गोलवलकर (गुरुजी) को श्रद्धांजलि अर्पित की। अपने संबोधन में, प्रधानमंत्री मोदी ने आरएसएस को भारत की अमर संस्कृति का ‘अक्षय वट वृक्ष’ बताया, जो निरंतर भारतीय संस्कृति और राष्ट्रीय चेतना को ऊर्जा प्रदान कर रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सेवा की भावना आरएसएस स्वयंसेवकों की पीढ़ियों को अथक परिश्रम के लिए प्रेरित करती है। उन्होंने कहा कि यह समर्पण स्वयंसेवकों को निरंतर सक्रिय रखता है और उन्हें कभी थकने या रुकने नहीं देता।
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा संघ और भारतीय जनता पार्टी के बीच संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इससे पहले, प्रधानमंत्री के रूप में अटल बिहारी वाजपेयी ने वर्ष 2000 में संघ मुख्यालय का दौरा किया था।
प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे से राजनीतिक हलकों में विभिन्न अटकलें लगाई जा रही हैं। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री मोदी सितंबर में रिटायरमेंट लेने वाले हैं और उनका उत्तराधिकारी महाराष्ट्र से होगा, जिसका निर्णय संघ करेगा। प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे को संघ और भाजपा के बीच संबंधों को मजबूत करने और आगामी राजनीतिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
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