दूसरी पत्नी ने जेल प्रबंधन पर इलाज न कराने का लगाया आरोप
Death of the prisoner: बैतूल/खेड़ीसांवलीगढ़। जिला जेल में बंद एक बंदी की बुधवार को इलाज के दौरान मौत होने का मामला तूल पकड़ते जा रहा है। बंदी के परिजनों ने जेल प्रबंधन पर गम्भीर आरोप लगाए हैं। वहीं इस मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं। आज शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया है।
बैतूल के जिला जेल में बीते चार दिनों से भरण पोषण मामले में बंद खेड़ी सांवलीगढ़ निवासी अशोक पिता वासुदेव खाड़े की बुधवार को मौत हो गई। बताया जा रहा है कि जिला जेल में अशोक की तबीयत बिगड़ने के बाद उसे जिला अस्पताल भेजा गया था जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसकी सूचना अशोक के परिजनों को दी गई। जेल अधीक्षक योगेन्द्र तिवारी ने बताया कि 9 मार्च को न्यायालय के आदेश पर जेल लाया गया था। जिसका मेडिकल कराने पर पता चला था कि ये शराब पीने का आदी है। एल्कोहल के कारण उसको समस्या आ रही थी जिसका इलाज डॉक्टर के द्वारा किया गया है। इस पूरे मामले की न्यायिक जांच की जा रही है।
मृतक की दूसरी पत्नी रेणुका खाड़े ने बताया कि उन्हें सीने में दर्द की शिकायत की जब गिरफ्तार किया गया था तो उस समय बोला गया था कि उनका इलाज कराया जाए। अशोक ने फोन पर भी बताया था कि उन्हें सीने में दर्द हो रहा है और उनका उपचार करवा दो। रेणुका ने आरोप लगाया है कि उन्हें समय पर उचित उपचार नहीं मिला। अशोक की मौत जेल में ही हो गई थी उसके बाद उन्हें जिला अस्पताल लाया गया । मुझे न्याय मिलना चाहिए।
रेणुका खाड़े ने यह भी बताया कि उनकी पहली पत्नी गायत्री खाड़े ने भरण पोषण का केस डाला था, केस डालने के बाद हम लोग पैसा मंथली रूप से भर रहे थे लेकिन वो ज्यादा पैसे मांग रही थी जिसके कारण न्यायालय ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजने का आदेश किया था।
बंदी की मौत के बाद प्रशासन की टीम जिला अस्पताल पहुंची। बैतूल एसडीएम ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर अशोक खाड़े को गिरफ्तार किया था और जेल भेजा गया। कल बंदी की तबीयत खराब होने पर जेल प्रशासन ने उसे अस्पताल लाया था। मृतक के परिजनों ने आरोप लगाए हैं, इन्हीं सब को लेकर न्यायिक जांच की जा रही है। जांच के बाद जो तथ्य आएंगे उसके हिसाब से आगे की कार्यवाही होगी।
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