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Demand: प्लेन क्रैश : 11A सीट पर बैठे अकेले बचे यात्री – अब इस सीट की डिमांड आसमान पर

प्लेन क्रैश : 11A सीट पर बैठे अकेले बचे

Demand: अहमदाबाद | 12 जून 2025 को हुआ एयर इंडिया विमान हादसा, जिसमें 260 यात्रियों में से 259 लोगों की मौत हो गई, अब एक नए सामाजिक और मनोवैज्ञानिक चलन को जन्म दे रहा है। इस हादसे में केवल एक व्यक्ति – रमेश विश्वास – बच पाए, और वो बैठे थे सीट नंबर 11A पर, जो विमान के आपातकालीन निकास (Emergency Exit) के पास थी। इस हादसे के बाद से सीट 11A या उससे जुड़ी इमर्जेंसी एग्जिट सीटों की मांग में अचानक बेतहाशा उछाल आया है। न केवल अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में, बल्कि घरेलू उड़ानों में भी यात्री अब इन सीटों के लिए 3,000 से लेकर 7,000 रुपये तक अतिरिक्त खर्च करने को तैयार हैं।


🧠 मानव मनोविज्ञान: खतरे में सुरक्षा का प्रतीक बन गई सीट 11A

राजकोट, अहमदाबाद और इंदौर के कई ट्रैवल एजेंसियों के मुताबिक, यात्रियों का विश्वास अब इमर्जेंसी एग्जिट के पास वाली सीटों में इतना बढ़ गया है, कि यदि यह सीट उपलब्ध नहीं हो तो यात्री ट्रैवल डेट बदलने को भी तैयार हैं।

धवल मुंगरा, RV Holidays (राजकोट) के मालिक कहते हैं—

“हादसे के बाद 10 में से 7 ग्राहक सिर्फ इमर्जेंसी सीट ही मांग रहे हैं। कुछ यात्री तो 5,000 रुपये तक एक्स्ट्रा पे करने को तैयार हैं।”


📸 सोशल मीडिया पर ’11A सीट’ की स्क्रीनशॉट की बाढ़

जो यात्री इस सीट को बुक करने में सफल हो रहे हैं, वे इसका स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं। इससे अन्य यात्रियों में FOMO (Fear of Missing Out) भी पैदा हो रहा है।


✈️ सीट की खासियत क्या है?

  • अधिक लेग स्पेस – लंबी यात्राओं में आरामदायक
  • इमर्जेंसी गेट से निकटता – संकट की स्थिति में तेजी से बाहर निकलने की संभावना
  • मानसिक आश्वासन – ‘सुरक्षा का प्रतीक’ बन चुका है

💬 यात्रियों की बदलती सोच

नईम शेख, कॉन्फर्ट ट्रैवल (अहमदाबाद) कहते हैं—

“हमें अब ऐसे ग्राहक मिल रहे हैं जो कहते हैं – अगर 11A सीट नहीं मिलेगी, तो हम दूसरी फ्लाइट से जाएंगे। लोग अब सुरक्षा के लिए सीट के नंबर तक याद रख रहे हैं।”


📉 क्या यह बदलाव स्थायी होगा?

इस ट्रेंड को मनोवैज्ञानिक “सर्वाइवर बायस (Survivor Bias)” कहते हैं। यानी किसी एक चमत्कारी बचने की घटना से हम यह मानने लगते हैं कि वही विकल्प सबसे सुरक्षित है। विशेषज्ञों के मुताबिक यह भावनात्मक प्रतिक्रिया है, तथ्यों पर आधारित नहीं। विमान दुर्घटनाओं में सुरक्षा कई कारकों पर निर्भर करती है, सिर्फ सीट पर नहीं।


🕊️ पूर्व मुख्यमंत्री रूपाणी का भी निधन

इस दर्दनाक हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी सहित कई नामचीन लोगों की जान चली गई, जो देशभर में शोक और आक्रोश का विषय रहा।


🔍 क्या एयरलाइंस कीमतें बढ़ाएंगी?

ट्रैवल एजेंटों के अनुसार, एयरलाइंस पहले से ही एक्सेल और इमर्जेंसी सीटों पर प्रीमियम चार्ज लेती रही हैं। लेकिन मौजूदा डिमांड को देखते हुए आने वाले दिनों में इसकी कीमत और बढ़ सकती है। कुछ यात्रियों ने तो एक ही फ्लाइट में 11A सीट बुक करने के लिए इंतजार करने की बात भी कही है।


🚨 विशेषज्ञों की सलाह: सावधानी और तथ्यों पर विश्वास करें

विशेषज्ञों की मानें तो:

  • आपात स्थिति में कौन बच पाएगा, यह सीट नहीं, परिस्थिति और रिएक्शन टाइम तय करता है।
  • यात्रियों को इमरजेंसी प्रक्रियाओं की जानकारी, सीट बेल्ट का प्रयोग, और फ्लाइट अटेंडेंट्स के निर्देश समझना अधिक जरूरी है।
  • साभार… 

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