Desk: हिन्दू धर्म में केले का पेड़ अत्यंत पवित्र माना गया है। दक्षिण भारत में यह न केवल बड़ी मात्रा में पाया जाता है, बल्कि धार्मिक अनुष्ठानों, विवाह, पूजा-पाठ और प्रसाद वितरण में भी इसका विशेष स्थान है। केले का फल, फूल, पत्ते, तना, जड़ और डंठल—सभी का अलग-अलग उपयोग और महत्व है।
पारंपरिक उपयोग
- भोजन परोसना: उत्तर भारत में जहां खाकरे या पलाश के पत्तों का उपयोग होता है, वहीं दक्षिण भारत में केले के पत्तों पर भोजन परोसना और प्रसाद बांटना प्राचीनकाल से परंपरा रही है।
- स्वास्थ्य लाभ: केले के पत्तों पर भोजन करने से आयु और आरोग्य में वृद्धि होती है तथा पेट संबंधी रोग दूर होते हैं।
घर में लगाने के धार्मिक लाभ
- घर के आंगन में केले का पेड़ लगाने से विष्णु और लक्ष्मी का वास माना जाता है।
- सुख और समृद्धि बनी रहती है।
- बृहस्पति ग्रह का शुभ प्रभाव बढ़ता है।
- वैवाहिक जीवन की कठिनाइयाँ दूर होती हैं और अविवाहित कन्याओं का शीघ्र विवाह संभव होता है।
- उच्च शिक्षा और ज्ञान प्राप्ति में सहायक होता है, क्योंकि यह सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत माना जाता है।
- समृद्धि के लिए इस पेड़ में जल अर्पित करना और पूजा करना शुभ है।
- संतान सुख और उनके कल्याण के लिए भी इसे लाभकारी माना गया है।
अगर आप चाहें तो मैं इसके वैज्ञानिक दृष्टिकोण से फायदे भी जोड़ सकता हूँ, जिससे यह लेख धार्मिक मान्यता के साथ-साथ आधुनिक परिप्रेक्ष्य में भी संतुलित हो जाएगा।
साभार…
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