अब तक के सबसे बड़े डिजिटल अरेस्ट की पुलिस कर रही जांच
Digital Arrest : ग्वालियर(ई-न्यूज)। अब तक के सबसे बड़े डिजिटल अरेस्ट की जांच पुलिस कर रही है। इसमें खास बात यह है कि बीएसएफ के इंस्पेक्टर को एक माह तक डिजिटल अरेस्ट में रखकर उससे 7.25 लाख रुपए की ठगी को अंजाम दिया गया है। इस पूरे मामले में पुलिस को कुछ सबूत भी मिले हैं जिन्हें पुलिस जुटा रही है।
इन बैंकों में गई ठगी की राशि
अब पुलिस की साइबर टीम ने डिटेल खंगाली तो पता लगा कि ठगी का 75 फीसदी पैसा कर्नाटक, औरंगाबाद व गुडग़ांव के चार बैंक के खातों में गया है। जिन बैंक खातों में ठगी के रुपए का ट्रांजैक्शन हुआ है, उनमें से दो अकाउंट बंधन बैंक, एक खाता बैंक ऑफ सिंगापुर, बैंक बॉफ बड़ौदा में हैं। अब पुलिस पता लगा रही है कि यह बैंक खाते किसके नाम पर हैं? आशंका है कि यह अकाउंट फर्जी तरीके से खुलवाए गए होंगे।
94 हजार लौटाकर लिया विश्वास में
मुंबई साइबर व क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर बात कर रहे बदमाशों ने बीएसएफ इंस्पेक्टर अबसार अहमद को बीच में एक बार 94 हजार रुपए वापस लौटाए थे। जिससे वह उस पर विश्वास कर लें। इसके बाद उससे डिजिटल अरेस्ट करने वाले ठगी करते चले गए। यह बात बीएसएफ इंस्पेक्टर ने पुलिस को बताई है। साथ ही लखनऊ में उसके परिवार को बार-बार अरेस्ट करने की बात कहकर वह इंस्पेक्टर को डराते थे। जिससे वह उनके जाल से बाहर ही नहीं निकल सका। बीएसएफ इंस्पेक्टर अबसार अहमद फेतहपुर मंडाव उत्तर प्रदेश के निवासी हैं और ग्वालियर के टेकनपुर में पदस्थ है।
यह है पूरा मामला
ग्वालियर के टेकनपुर स्थित बीएसएफ में पदस्थ इंस्पेक्टर अबसार अहमद निवासी फतेहपुर मंडाव मऊ उत्तर प्रदेश ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर एसएसपी धर्मवीर सिंह से मुलाकात कर अपनी आपबीती सुनाई थी। बीएसएफ इंस्पेक्टर अबसार अहमद ने पुलिस को बताया था कि 2 दिसंबर 2024 को सुबह 11.29 बजे वॉट्सऐप कॉल आया था। बात करने वाले ने खुद को मुंबई साइबर और क्राइम ब्रांच का अफसर बताते हुए कहा कि आपके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तारी वारंट है। आपके इस नंबर पर कई केस चल रहे हैं। कई जगह आपके मोबाइल का गलत उपयोग हुआ है।
ठगों को देने बेच दी प्रापर्टी
ठगों ने बीएसएफ इंस्पेक्टर को इतना अधिक डराया कि उन्होंने यह रकम दिल्ली में स्थित फ्लैट और अपनी जमीन बेचने का सौदाकर एडवांस लेकर लिए थे। साथ ही कुछ दोस्तों के साथ साथ बैंक में सेविंग की गई रकम इक_ा कर चुकाई थी। डरे सहमे इंस्पेक्टर अबसार अहमद ने 2 जनवरी 2025 को बेटे से बात की और उससे इसका जिक्र किया। बेटे ने उनको समझाया कि वह स्कैम का शिकार हुए हैं। उनको ठगों ने डिजिटल अरेस्ट किया है। उन्होंने बेटे की समझाइश के बाद अपने बेटे के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
एसपी ग्वालियर धर्मवीर सिंह ने बताया कि बीएसएफ के एक अधिकारी को डिजिटल अरेस्ट का मामला सामने आया है। पूरे दिसंबर माह ठग उनसे रुपए ठगते रहे हैं। अब उन्होंने शिकायत की है, जिस पर क्राइम ब्रांच में मामला दर्ज कर लिया गया है। अब जांच की जा रही है कि पैसा किन खातों में और कब-कब भेजा गया है?
source internet… साभार….
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