Thursday , 16 October 2025
Home Uncategorized Disease: जम्मू के राजौरी जिले में रहस्यमयी बीमारी से 17 मौतें: जांच और बचाव पर जोर
Uncategorized

Disease: जम्मू के राजौरी जिले में रहस्यमयी बीमारी से 17 मौतें: जांच और बचाव पर जोर

जम्मू के राजौरी जिले में रहस्यमयी बीमारी

Disease: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के बधाल गांव में 7 दिसंबर 2024 से 19 जनवरी 2025 के बीच एक रहस्यमयी बीमारी के कारण 17 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 13 बच्चे शामिल हैं। इस स्थिति ने प्रशासन, स्वास्थ्य विशेषज्ञों और केंद्र सरकार को अलर्ट पर ला दिया है।

मुख्य घटनाक्रम:

  1. मौतों की जांच:
    • मरने वालों में से 13 बच्चे हैं।
    • मृतकों के नमूनों में न्यूरोटॉक्सिन पाए जाने की बात कही गई है।
    • पानी और भोजन की जांच में जहरीले पदार्थ का पता नहीं चला है।
    • यह बीमारी सीमित परिवारों तक ही रही, जिससे इसकी संक्रामकता पर सवाल उठे हैं।
  2. जांच और कार्रवाई:
    • SIT (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम):
      रियासी जिले के SSP गौरव सिकरवार ने 11 सदस्यीय SIT का गठन किया, जिसकी अध्यक्षता SP वजाहत हुसैन कर रहे हैं।
    • केंद्र सरकार की टीम:
      गृह मंत्रालय ने इंटर मिनिस्ट्रियल टीम बनाई है, जिसमें स्वास्थ्य, कृषि, रसायन और जल संसाधन मंत्रालय के विशेषज्ञ शामिल हैं।
  3. मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का दौरा:
    • उन्होंने मृतकों के परिवारों से मुलाकात की और हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
    • उन्होंने कहा कि यह घटना बीमारी से संबंधित नहीं हो सकती और पुलिस इसकी जांच कर रही है।
    • उन्होंने दूरदराज के क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए हेल्थ सेंटर की कमी को दूर करने का वादा किया।
  4. विशेषज्ञों की भागीदारी:
    • जांच में ICMR, NCDC, DRDO और PGI चंडीगढ़ जैसे नेशनल लेवल के स्वास्थ्य संस्थानों को शामिल किया गया है।
    • अभी तक किसी बैक्टीरिया, वायरस या जहरीले पदार्थ का ठोस सबूत नहीं मिला है।

अगले कदम:

  • स्थानीय स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार:
    मुख्यमंत्री ने हेल्थ सेंटर की स्थिति सुधारने का वादा किया है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
  • आगे की जांच:
    SIT और केंद्र सरकार की टीम मौतों की वजह की पहचान करने और ऐसे मामलों को रोकने के उपायों पर काम कर रही है।
  • समुदाय को आश्वासन:
    प्रशासन और केंद्र सरकार प्रभावित परिवारों को सहायता प्रदान करने और घटना के पीछे के कारणों को उजागर करने के लिए प्रतिबद्ध है।

राजौरी जिले की यह घटना न केवल एक चिकित्सा चुनौती है बल्कि एक प्रशासनिक और मानवीय संकट भी है। प्रशासन, विशेषज्ञ और केंद्र सरकार इस रहस्यमयी बीमारी की जड़ तक पहुंचने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, ताकि न केवल पीड़ित परिवारों को न्याय मिले बल्कि ऐसी घटनाओं को भविष्य में रोका जा सके।

source internet…  साभार…. 

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

Conference:हर घर स्वदेशी, घर-घर स्वदेशी: शिक्षा मंत्री

आत्म निर्भर भारत संकल्प विषय पर हुआ सम्मेलन Conference: बैतूल। भारतीय जनता...

Sports Festival: नियमित खेलने से रहते हैं स्वस्थ: खण्डेलवाल

सांसद खेल महोत्सव के अंतर्गत हुआ आयोजन Sports Festival: बैतूल। आज स्थानीय...

Bumper speed:चांदी 1.75 लाख रुपये किलो तक पहुंची कीमत

निवेशकों के लिए क्या है संकेत? Bumper speed: इस साल चांदी के...

Big decision: हाईकोर्ट का बड़ा फैसला: मंदिरों के चढ़ावे का पैसा अब सरकारी योजनाओं पर खर्च नहीं होगा

Big decision: शिमला। हिमाचल प्रदेश सरकार अब मंदिरों में मिलने वाले दान...