विभाग नें लगाए टेंडर ,एजेंसी तय होते ही शुरू होगा निर्माण
Efforts: बैतूल। जिला मुख्यालय बैतूल सहित जिलेवासियों के सुलभ आवागमन के लिए बैतूल विधायक हेमंत खण्डेलवाल के विशेष प्रयासों से करबला माचना पर उच्चस्तरीय ब्रिज के साथ ही इसी मार्ग के नाले पर माइनर ब्रिज का निर्माण होगा। वर्ष 2024-25 के मुख्य बजट उक्त निर्माण कार्य के लिए 6.72 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए थे। प्रारम्भिक प्रस्ताव में ब्रिज की चौड़ाई 12 मीटर प्रस्तावित की थी। चूॅकि करबला माचना पुलिया से नागपुर-भोपाल तथा हरदा-इन्दौर नेशनल हाइवे सहित बैतूल परतवाड़ स्टेट हाइवे के जुडे होने से ट्रैफिक का अत्यधिक दबाव रहता था। परिणाम स्वरूप बैतूल विधायक नें विशेष प्रयास कर सुलभ आवागमन के लिए ब्रिज की चौड़ाई बढ़वा ली है।
अब माचना करबला पर 12 मीटर की बजाए 18 मीटर चौड़ा ब्रिज बनेगा ।साथ ही इस मार्ग पर आगे स्थित नाले पर भी 12 मीटर चौड़ा और 15 मीटर लंबा ब्रिज बनेगा। उच्च स्तरीय ब्रिज एवं माइनर ब्रिज निर्माण निर्माण के लिए शासन नें 18 करोड़ 43 लाख रुपए स्वीकृत किए है। तकनीकि एवं प्रशासकीय स्वीकृत के बाद विभाग द्वारा ब्रिज निर्माण के लिए टेंडर लगाए जा चुके है। एजेंसी तय होनें के बाद ब्रिज का निर्माण प्रारम्भ होगा। माचना करबला ब्रिज निर्माण की वर्षो पुरानी मॉग पूरी होने पर जिले की जनता नें मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव और लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह का आभार व्यक्त किया है।
100 मीटर लंबा,8 मीटर ऊंचा बनेगा ब्रिज
बैतूल विधायक हेमंत खण्डेलवाल के विशेष प्रयासों से करबला माचना घाट पर स्वीकृत उच्च स्तरीय ब्रिज की लम्बाई 100 मीटर तथा चौड़ाई 18 मीटर रहेगी साथ ही यह ब्रिज नदी तल से 8 मीटर ऊंचा रहेगा। इसी मार्ग पर स्थित नाले पर स्वीकृत माइनर ब्रिज 12 मीटर चौड़ा और 15 मीटर लंबा रहेगा। उक्त दोनों ब्रिजों के निर्माण के लिए शासन नें 18 करोड़ 43 लाख रुपए स्वीकृत किए है।
बारिश में भी आवागमन होगा सुलभ
जिला मुख्यालय बैतूल के समीप करबला घाट स्थित माचना नदी की पुलिया सॅकरी और कम ऊंची होनें के कारण बारिश में अक्सर बाढ आनें से आवागमन अवरूद्ध हो जाता था। साथ ही पुलिया सकरी और कम ऊंची होनें के कारण बाढ़ मे वाहनों सहित वाहन चालकों के बह जाने और नदी मे गिरनें के अनेक हादसे हो चुके है। सुचारू आवागमन के लिए करबला माचना पर बड़े ब्रिज निर्माण की मॉग वर्षो से की जा रही थी। बैतूल विधायक श्री खण्डेलवाल नेें आमजन की इस मूलभूत समस्या को गंभीरता से लेकर विशेष प्रयास कर उच्च स्तरीय ब्रिज सहित माइनर ब्रिज स्वीकृत करवाया। उक्त दोनों ब्रिजों का निर्माण होनें के बाद बारिश में भी बैतूल-नागपुर,बैतूल हरदा इन्दौर,बैतूल परतवाड़ा सहित स्थानीय रास्तों पर आवागमन सुचारू रूप से संचालित होगा। जिससे नगरवासियों,ग्रामीणों ,किसानों,बीमार पीडितो,छात्र-छात्राओं को बारिश में बाढ़ से आवागमन बंद होनें की समस्या से मुक्ति मिल जाएगी।
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