Electricity Bill: भोपाल: मध्य प्रदेश विद्युत नियामक आयोग को भेजे गए नई बिजली दर प्रस्ताव में स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए दो नए प्रावधान शामिल किए गए हैं, जिनके लागू होने पर बिजली बिल महंगा हो सकता है। टाइम ऑफ द डे टैरिफ (ToD) और टोटैक्स मॉडल के कारण उपभोक्ताओं की जेब पर सीधा असर पड़ने की संभावना है।
🔍 बिल बढ़ाने वाले दो नए प्रावधान
1️⃣ टाइम ऑफ द डे (ToD) टैरिफ
⚡ पीक आवर्स (सुबह 6-10 बजे और शाम 6-10 बजे) में बिजली 20% महंगी होगी।
⚡ अभी यह व्यवस्था 10 किलोवॉट से अधिक भार वाले उपभोक्ताओं पर लागू थी, लेकिन अब सभी स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं पर इसे लागू करने का प्रस्ताव है।
⚡ इससे बिजली का बिल अप्रत्यक्ष रूप से बढ़ जाएगा।
2️⃣ टोटैक्स मॉडल से स्मार्ट मीटर की लागत वसूली
🔹 स्मार्ट मीटर की खरीद, स्थापना, रखरखाव, डेटा ट्रांसमिशन और साइबर सुरक्षा की लागत उपभोक्ताओं से वसूली जाएगी।
🔹 स्मार्ट मीटर की लागत ईएमआई के रूप में बिजली बिल में जोड़ी जाएगी।
🔹 बिलिंग, सॉफ़्टवेयर अपग्रेड और ग्राहक सेवा की लागत भी उपभोक्ताओं पर डाली जाएगी।
🔹 इससे टैरिफ महंगा होगा और बिजली खर्च बढ़ेगा।
📊 भोपाल में 55,000 स्मार्ट मीटर इंस्टॉल – लक्ष्य 3 लाख
🏠 भोपाल में 3 लाख स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य, जिनमें 55,000 मीटर पहले ही लग चुके हैं।
📍 मध्य क्षेत्र के 16 जिलों में लगभग 1 लाख स्मार्ट मीटर इंस्टॉल किए गए हैं।
📱 स्मार्ट मीटर से रियल-टाइम बिजली खपत देखने के लिए मोबाइल ऐप लॉन्च किया गया, लेकिन फिलहाल यह काम नहीं कर रहा।
⚡ स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए प्रीपेड सिस्टम लागू करने की योजना पर भी काम चल रहा है।
📢 आगे क्या होगा?
🔍 मध्य प्रदेश विद्युत नियामक आयोग में अब इस प्रस्ताव पर सुनवाई होगी।
📢 सुझाव और आपत्तियां ली जाएंगी, जिसके बाद अंतिम निर्णय होगा।
🧐 यदि यह प्रस्ताव पास हो जाता है, तो स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं का बिजली बिल बढ़ सकता है।
💬 क्या आपको लगता है कि यह प्रस्ताव उपभोक्ताओं के लिए सही है या अतिरिक्त बोझ डालेगा? अपनी राय कमेंट में दें! ⬇️
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