जिला समन्वयक को नोटिस जारी, सभी सीईओ को कमिश्रर करेंगे
Exclusive:बैतूल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण में बैतूल में हुए 13 करोड़ के गबन मामले की जांच रफ्तार पकडऩे लगी है। 12 आरोपियों के खिलाफ एफआईआर होने के बाद अब स्वच्छ भारत मिशन के जिला समन्वयक को कलेक्टर ने नोटिस जारी कर दिया है। वहीं इस गबनकाण्ड के दौरान जितने भी सीईओ चिचोली और भीमपुर में पदस्थ रहे हैं उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के लिए जिला पंचायत सीईओ ने कमिश्रर को पत्र लिखा है। कमिश्रर कार्यालय से इन सभी सीईओ को नोटिस जारी किए जाएंगे। इसके अलावा बाकी की 8 जनपदों में भी स्वच्छ भारत मिशन के कार्यों की जांच शुरू हो गई है।
संबंधित सीईओ को होंगे नोटिस जारी
जिला पंचायत सीईओ अक्षत जैन ने बताया कि गबनकाण्ड के दौरान चिचोली और भीमपुर जनपद पंचायत में पदस्थ रहे सभी सीईओ के खिलाफ मानीटरिंग में फाल्ट को लेकर अनुशासनात्मक कार्यवाही की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। चूंकि सभी सीईओ के खिलाफ कमिश्रर को कार्यवाही करना है इसलिए कमिश्रर कार्यालय को पत्र लिख दिया गया है और वहां से सभी सीईओ को नोटिस जारी किए जाएंगे। 2021 से 2025 तक चिचोली जनपद पंचायत में 5 सीईओ पदस्थ रहे हैं। वहीं भीमपुर में 2021 से 2025 तक दो सीईओ पदस्थ रहे हैं।
जनपद चिचोली में पदस्थ रहे सीईओ
सुश्री अपूर्वा सक्सेना, 11.11.2021 से 14.02.2022
अभिषेक वर्मा, 15.02.2022 से 06.02.2022
केसी परते, 07.02.2023 से 10.05.2023
अभिषेक वर्मा 11.05.2023 से 14.02.2024
एश्वर्य वर्मा 15.02.2024 से 22.04.2024
अभिषेक वर्मा 22.04.24 से 22.05.2024
आरजी रजक 22.05.2024 से निरंतर
जनपद भीमपुर में पदस्थ रहे सीईओ
सुश्री कंचन वास्कले 29.10.2021 से 20.07.2023
अभिषेक वर्मा 29.08.2023 से निरंतर
8 जनपद पंचायत में हो रही जांच
जिला पंचायत सीईओ अक्षत जैन ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन में भीमपुर और चिचोली में हुए गबन के बाद जिले की बाकी 8 जनपद पंचायतों में भी जांच की जा रही है। इसको लेकर श्री जैन ने इन 8 जनपद पंचायतों के सीईओ को निर्देश दिए गए हैं कि वे कैश बुक का अवलोकन करें और उसका मिलान करें। इसके बाद जिला स्तर पर भी इसकी जांच की जाएगी।
आरोपियों-फर्मों की हो रही संपत्ति की जांच
एसपी निश्चल एन झारिया ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन में हुए गबनकाण्ड की जांच पुलिस कर रही है। इस मामले में आरोपियों के द्वारा किए गए गबन को लेकर उनकी संपत्ति की जांच की जा रही है। इसके अलावा जिन फार्मों को और व्यक्तिगत खातों में जो फर्जी भुगतान किए गए हैं उन सभी संबंधितों की संपत्ति की जांच की जा रही है। इसके अलावा पुलिस डिजिटल सिग्रेचर को लेकर भी जांच कर रही है। नियम से डिजिटल सिग्रेचर अधिनस्थों को दिए जा सकते हैं या नहीं यह बहुत ही गंभीर मामला है। इसकी भी जांच की जा रही है। श्री झारिया ने बताया कि इस मामले में जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी होगी और कुछ आरोपियों के नाम बढ़ भी सकते हैं।
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