दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने दर्ज की एफआईआर
FIR: नई दिल्ली | भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) से जुड़े कर्मचारियों द्वारा आधार सिस्टम के दुरुपयोग और धोखाधड़ी के आरोप सामने आए हैं। इस मामले में दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने एक प्राथमिकी दर्ज की है। एफआईआर में कई मल्टी-टास्किंग ऑपरेटर (MTO), आधार ऑपरेटर और अन्य अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है। यह एफआईआर UIDAI के सहायक अनुभाग अधिकारी रविंदर रावल की शिकायत पर दर्ज की गई है, जिसमें बताया गया है कि कुछ कर्मचारी लॉगिन सिस्टम का दुरुपयोग कर आधार डेटा तक अनधिकृत पहुंच प्राप्त कर रहे थे।
🕵️♂️ एक संदिग्ध वेबसाइट से खुला मामला
UIDAI को एक वेबसाइट www.findkar.online के जरिए आधार सेवाओं के अवैध वितरण की सूचना मिली थी। यह वेबसाइट नागरिकों को बिना किसी आधिकारिक मंजूरी के आधार प्रिंट, ईआईडी से आधार नंबर निकालना जैसी सेवाएं दे रही थी। जांच के लिए UIDAI ने वेबसाइट को टेस्ट ईआईडी दी। वेबसाइट ने मात्र 300 रुपये में वैध UID नंबर जनरेट कर दिया, जिससे पूरे नेटवर्क की पोल खुल गई।
💰 डेटा बेचने का नेटवर्क: 50 रुपये प्रति UID
जांच में सामने आया कि एक MTO अपने सहकर्मी की लॉगिन आईडी का दुरुपयोग कर पोर्टल से आधार डिटेल्स निकालता था और हर UID के लिए 50 रुपये वसूलता था। यह राशि आमतौर पर उसकी पत्नी के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती थी।
🔄 नेटवर्क में सहयोगी और पैसा
एफआईआर के अनुसार, दो आधार ऑपरेटर नियमित रूप से MTO को ईआईडी और मोबाइल नंबर भेजते थे। बदले में वे UID प्राप्त करते और पैसा देते थे। यह लेन-देन अप्रैल 2023 से फरवरी 2025 तक चलता रहा। जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी MTO ने UIDAI दिल्ली मुख्यालय के दो पूर्व कर्मचारियों को भी पैसे भेजे, जो पहले से ही जांच के दायरे में हैं।
🛑 UIDAI की आंतरिक जांच शुरू
UIDAI ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आंतरिक जांच तेज कर दी है। प्रारंभिक जांच में अनधिकृत लॉगिन, पोर्टल का दुरुपयोग, और आर्थिक लाभ के लिए आधार डेटा की बिक्री की पुष्टि हुई है। दिल्ली पुलिस सभी संदिग्धों और उनके नेटवर्क की गहन जांच कर रही है।
साभार…
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