Fire: ग्वालियर – ग्वालियर जिले के डबरा तहसील अंतर्गत भितरवार क्षेत्र की गाजना आदिवासी कॉलोनी में बुधवार देर रात एक भीषण हादसे में 5 साल की बच्ची सुहानी की जलकर मौत हो गई। घटना उस समय हुई जब बच्ची घर में अकेली थी और उसके माता-पिता ईंट भट्टे पर काम के सिलसिले में बाहर गए थे।
अकेली बच्ची बनी हादसे का शिकार
बच्ची के पिता अरविंद आदिवासी ने बताया कि पत्नी से कहासुनी के बाद वह उसे मनाने ईंट भट्टे पर गया था, जहां पत्नी और छोटी बेटी मौजूद थीं। घर से निकलते समय उन्होंने झोपड़ी का दरवाजा बंद कर दिया था। तभी अचानक झोपड़ी में आग लग गई। फायर ब्रिगेड जब तक पहुंची, तब तक झोपड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो चुकी थी। अंदर सो रही मासूम बच्ची की झुलसकर मौत हो गई।
अधिकारियों की मौके पर जांच
घटना की सूचना मिलते ही एसडीओपी जितेंद्र नगाइच, थाना प्रभारी अजय सिकरवार और तहसीलदार धीरज सिंह परिहार मौके पर पहुंचे। भितरवार से फायर ब्रिगेड भी बुलाई गई, लेकिन देर हो चुकी थी। अधिकारियों ने बताया कि बच्ची का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है, और आग लगने के कारणों की जांच की जाएगी।
संभावित कारणों पर संशय, बीड़ी से आग लगने की आशंका
एसडीएम देवकी नंदन सिंह ने बताया कि घर में गैस कनेक्शन नहीं था, खाना चूल्हे पर बनता था और वह भी शाम को ही बना लिया गया था। पिता बीड़ी पीता था, इस कारण बीड़ी या चिमनी से आग लगने की संभावना जताई जा रही है।
प्रशासन देगा राहत राशि
प्रशासन ने पीड़ित परिवार को चार लाख रुपए की राहत राशि दिलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके साथ ही 10 हजार रुपए अंत्येष्टि सहायता, 50 किलो राशन, और अन्य जरूरी सामान तत्काल उपलब्ध कराया जा रहा है।
स्थानीय समुदाय में शोक की लहर
मासूम बच्ची की दर्दनाक मौत से इलाके में शोक की लहर है। पड़ोसियों और स्थानीय लोगों ने प्रशासन से झुग्गी बस्तियों में सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की मांग की है ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।
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