संयुक्त परिवार के प्रेरणादायी बनेगा राठौर परिवार का कार्यक्रम
Five generations: बैतूल। नाभकीय परिवारों का चलन तेजी से बढ़ रहा है। पति-पत्नी और बच्चे में ही लोगों को पूरी दुनिया सिमटने लगी है। पाश्चात्य संस्कृति को तेजी से जैसे-जैसे अपनाया गया वैसे-वैसे संयुक्त परिवारों का विघटन होता चला आया और यह स्थिति निर्मित हो गई है कि ऊंगलियों पर गिने-चुने संयुक्त परिवार देखने को मिलते हैं। ऐसे में 5 पीढ़ी के 54 परिवारों के 210 सदस्य यदि इंटरनेशनल माइंड आई स्कूल विनोबानगर के मंच पर आ रहे हैं तो निश्चित रूप से यह किसी मिसाल से कम नहीं है। यह अनूठा आयोजन राठौर परिवार द्वारा 31 मई और 1 जून को किया जा रहा है जिससे हम सभी को प्रेरणा लेने की जरूरत है। इस पारिवारिक आयोजन को लेकर आज पत्रकारवार्ता का आयोजन किया गया जिसमें स्कूल के संचालक अनिल राठौर ने यह जानकारी दी। इस मौके पर गणेश राठौर, देवेश राठौर उड़ीसा, राम प्रसाद राठौर, सुरेश चंद्र राठौर एवं नरेश राठौर मौजूद थे।
स्व. लक्ष्मण प्रसाद राठौर हैं वटवृक्ष
बैतूलबाजार निवासी स्व. लक्ष्मण प्रसाद राठौर जिन्होंने अपने जीते जी संयुक्त परिवार की अवधारणा को मूर्तरूप दिया था। आज उनसे प्रेरणा लेकर उनकी पांच पीढ़ी एक साथ एक मंच पर दिखेगी जिसमें 225 सदस्य हैं लेकिन कार्यक्रम में 210 सदस्य शामिल हो रहे हैं। ये सदस्य 6 राज्यों के 17 जिलों से आ रहे हैं। आज पूरा परिवार स्व. लक्ष्मण प्रसाद राठौर को वटवृक्ष मानता है और इस कार्यक्रम में उनकी स्मृति में 11 वटवृक्ष के पौधे रोपित किए जाएंगे जो हमेशा संयुक्त परिवार की प्रेरणा देते रहेंगे।
पर्यावरण का देंगे संदेश
कार्यक्रम के सूत्रधार और राठौर समाज के पूर्व जिलाध्यक्ष अनिल राठौर ने बताया कि संयुक्त परिवार के अलावा इस कार्यक्रम के माध्यम से समाज को कई संदेश दिए जाएंगे जिसमें कार्यक्रम में डिस्पोजल का उपयोग नहीं किया जाएगा। उसकी जगह तांबे के लौटे का उपयोग किया जाएगा। साथ ही खाने के लिए थाली और अन्य बर्तन का उपयोग किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पर्यावरण की दिशा में इस कार्यक्रम की चिरस्मृति बनाने के लिए 200 प्रजातियों के पौधे रोपित किए जाएंगे जो हमेशा इस कार्यक्रम की याद दिलाएंगे। पूरा कार्यक्रम मोबाइल से मुक्त रहेगा।
पांच परिवारों का होगा सम्मान
श्री राठौर ने बताया कि इस कार्यक्रम में अन्य समाजों के 17 अध्यक्षों का सम्मान किया जाएगा। इसके अलावा जिले में ऐसे पांच परिवार हैं जो आज भी संयुक्त परिवार की अवधारणा में रहते हैं ऐसे परिवारों का भी सम्मान किया जाएगा। कार्यक्रम की शुरूवात में सभी सदस्यों के द्वारा शोभायात्रा निकाली जाएगी और शहर के सभी स्थानों पर लगी महापुरूषों की प्रतिमाओं पर पुष्पा अर्पण किया जाएगा।
कार्यक्रम में सदस्यों को कराया जाएगा योग
श्री राठौर ने बताया कि परिवार मिलन समारोह में परिवारों के द्वारा मंच से परिचय दिया जाएगा। सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जाएंगे। गु्रप फोटोग्राफी कराई जाएगी। इसके साथ ही योग का कार्यक्रम भी रखा गया है। स्वस्थ रहने के लिए सभी को योग करने की प्रेरणा दी जाएगी। खासतौर पर उन बच्चों को जिन्हें बचपन में चश्मा लग गया है उन्हें योग की वह विधि सिखाई जाएगी जिससे उनका एक साल के अंदर चश्मा उतर जाएगा। श्री राठौर ने यह भी बताया कि 50 थाली और एक व्हीलचेयर सामाजिक संस्थाओं को दान की जाएगी। इस कार्यक्रम में 80 साल की बुजुर्ग से लेकर सबसे छोटे सदस्य 4 माह की उम्र के शामिल होंगे।
Leave a comment