मां और नवजात पूरी तरह स्वस्थ
Precedent: कटनी (मध्य प्रदेश)। जब संसाधनों की कमी हो, जिम्मेदारी भारी हो और वक्त कम, तब ही असली हीरो उभरते हैं। अमरपुर स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत एएनएम अभिलाषा सिंह ने ऐसा ही कर दिखाया। डॉक्टर और स्टाफ की गैरमौजूदगी में उन्होंने अपनी सूझबूझ, साहस और सेवा भावना से एक महिला की एक साथ तीन बच्चियों की सुरक्षित डिलीवरी कराई।
👩⚕️ सेवा भाव की मिसाल बनीं अभिलाषा सिंह
27 मई की दोपहर, जब अमरपुर स्वास्थ्य केंद्र में अभिलाषा सिंह अकेली थीं, तभी एक क्रिटिकल केस की सूचना मिली। उन्होंने न समय देखा, न भोजन की चिंता की। मात्र एक स्वीपर की मदद के बिना, पूरा ज़िम्मा खुद उठाते हुए डिलीवरी की तैयारी में जुट गईं।
👶 30 मिनट में तीन बच्चियों का जन्म
करीब 3:27 बजे पहली बच्ची, फिर 3:30 पर दूसरी, और 3:56 पर तीसरी बच्ची का जन्म हुआ। तीनों कन्याओं का जन्म बिना किसी जटिलता के सफलतापूर्वक हुआ। यह न सिर्फ तकनीकी रूप से चुनौतीपूर्ण था, बल्कि मानसिक रूप से भी काफी दबाव भरा क्षण था — जिसे अभिलाषा ने धैर्य और करुणा से संभाला।
🏥 बरही अस्पताल में कराया गया रेफर
सुविधाओं की कमी को ध्यान में रखते हुए एएनएम ने तुरंत ही डॉक्टर शिव प्रजापति को सूचित किया, जो पहुंचकर आवश्यक उपचार के बाद मां और नवजात बच्चियों को बरही अस्पताल रेफर करवा दिया। जानकारी के अनुसार, पहली बच्ची का वजन 2.5 किलो, दूसरी का 2.3 किलो और तीसरी बच्ची महज 1.5 किलो है। सभी पूरी तरह स्वस्थ हैं।
💬 सिस्टम से ऊपर सेवा का जज़्बा
यह घटना बताती है कि जब मन में सेवा का भाव और कार्य के प्रति निष्ठा हो, तब संसाधनों की कमी आड़े नहीं आती। अक्सर डॉक्टर या स्टाफ जोखिम लेने से हिचकते हैं, लेकिन अभिलाषा सिंह ने परिस्थितियों को स्वीकार कर एक-एक जान की रक्षा की।
🌟 प्रशंसा की बौछार
अभिलाषा सिंह के इस कार्य की जिलेभर में सराहना हो रही है। यह घटना सिर्फ एक डिलीवरी नहीं, बल्कि एक संदेश है – कि सच्ची नर्स वह है जो किसी भी हालात में पीछे नहीं हटती।
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