पुल प्रदेश के एमपी नगर के ट्रैफिक को सुगम बनाने के उद्देश्य से बनाया
Flyover: मध्यप्रदेश का सबसे लंबा फ्लाईओवर, जिसकी लंबाई 2.73 किमी है, का उद्घाटन गुरुवार को किया गया। यह भोपाल के गायत्री मंदिर से गणेश मंदिर तक फैला हुआ है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस फ्लाईओवर का उद्घाटन करते हुए इसे डॉ. भीमराव अंबेडकर ब्रिज नाम दिया। यह पुल प्रदेश के एमपी नगर के ट्रैफिक को सुगम बनाने के उद्देश्य से बनाया गया है।
मुख्य बिंदु:
- उद्घाटन समारोह:
- मुख्यमंत्री ने फ्लाईओवर का नाम जी-जी ब्रिज से बदलकर अंबेडकर ब्रिज कर दिया।
- पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह ने इसे मध्यप्रदेश का सबसे लंबा फ्लाईओवर बताया।
- सीएम ने खुली जीप में बैठकर पुल का निरीक्षण किया।
- ट्रैफिक सुगमता:
- फ्लाईओवर से एमपी नगर का 60% ट्रैफिक (लगभग 6,000 गाड़ियां रोजाना) गुजरेंगी।
- 30 मिनट की दूरी अब 5 मिनट में पूरी की जा सकेगी।
- यह दो ट्रैफिक सिग्नलों और चौराहों पर लगने वाले जाम की समस्या को हल करेगा।
- फ्लाईओवर की संरचना:
- फ्लाईओवर की मुख्य लेन की लंबाई 2534 मीटर है।
- इसके अलावा 200 मीटर का थर्ड लेग (गायत्री मंदिर के पास का आखिरी छोर) है, जिससे ट्रैफिक दो भागों में बंटेगा।
- फ्लाईओवर पर लोड और लाइटिंग टेस्ट पहले ही पूरे हो चुके हैं।
- सीएम की घोषणाएं:
- फ्लाईओवर का नाम डॉ. भीमराव अंबेडकर ब्रिज रखा गया।
- बावड़िया कला में 180 करोड़ रुपये से एक और फ्लाईओवर बनाया जाएगा।
- भोपाल, रायसेन, विदिशा और सीहोर को जोड़कर राजधानी की वृहद योजना बनाई जा रही है।
- गुजरात मॉडल को सड़कों और पुलों के निर्माण में लागू किया जाएगा।
अन्य विशेषताएं:
- फ्लाईओवर पर रंगरोगन और लाइटिंग का काम पूरा हो चुका है।
- मैनिट एक्सपर्ट्स की सलाह पर पीडब्ल्यूडी विभाग ने कुछ बदलाव किए हैं ताकि ट्रैफिक सुचारू रूप से संचालित हो सके।
यह फ्लाईओवर भोपाल के एमपी नगर क्षेत्र में ट्रैफिक की समस्या को कम करेगा और लोगों को समय और ईंधन की बचत का लाभ देगा। यह मध्यप्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर में एक महत्वपूर्ण कदम है।
source internet… साभार….
Leave a comment