Havoc: आठनेर। जिले में शनिवार दोपहर अचानक मौसम बदलने के बाद शुरू हुई जोरदार बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। आठनेर, सातनेर, बाकुड़, धामनगांव, खैरवाड़ा, बोथी, टेमनी, अम्बाडा और गुदगांव क्षेत्र में दोपहर एक बजे से शुरू हुई वर्षा देर रात तक जारी रही। इस दौरान खेतों में कटी पड़ी सोयाबीन और मक्का की फसल बारिश से भीग गई, जिससे खराब होने का खतरा बढ़ गया है।
🔹 फसल की चमक घटी, दाम में गिरावट का डर
किसानों के अनुसार, लगातार हो रही वर्षा से फसल की चमक फीकी पड़ गई है, जिससे मंडियों में दाम गिरने की संभावना है। कई जगह मक्का की दावन के बाद दाने में फफूंद लगने की शिकायतें भी सामने आई हैं। किसानों को अब यह डर सता रहा है कि बारिश अगर और दो दिन जारी रही तो फसल अंकुरित होकर पूरी तरह खराब हो सकती है।
🔹 महंगी मजदूरी से बढ़ी मुश्किलें
खेतों में नमी होने के कारण हार्वेस्टर मशीनें नहीं चल पा रही हैं, जिससे किसानों को 400 रुपए प्रतिदिन मजदूरी देकर फसल जमा करनी पड़ रही है। किसानों ने बताया कि सोयाबीन की पिसाई के बाद उपज प्रति एकड़ एक क्विंटल से भी कम निकल रही है। वहीं मक्का की खेती में पहले से ही अधिक लागत लग चुकी है।
एक किसान ने बताया, “बीज, खाद, बोनी से लेकर कटाई-पिसाई तक प्रति एकड़ 18 से 20 हजार रुपए का खर्च आया है, लेकिन उपज और दाम दोनों ही घट गए हैं। ऐसे में महंगाई के दौर में किसानों का दिवाला निकल रहा है।”
🔹 मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
बारिश से कई गांवों में खेत तालाब में तब्दील हो गए हैं और कुछ इलाकों में पानी भर गया है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे किसानों की बेचैनी और बढ़ गई है।
कुल मिलाकर, असामयिक बारिश ने किसानों के मंसूबों पर पानी फेर दिया है, और अन्नदाता अब आसमान की ओर टकटकी लगाए बेहतर मौसम की उम्मीद कर रहे हैं।
                                                                                                                                
				            
				            
				            
				            
                            
                                        
                                        
				            
				            
				            
				            
			        
			        
			        
			        
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