जर्जर सड़कों ने बढ़ाई नागरिकों की परेशानी, घटिया निर्माण और लापरवाही से हर दिन बढ़ रहा हादसों का खतरा
Hazard: सारनी संवाददाता। सारनी शहर की सड़कों की खस्ता हालत अब नागरिकों के लिए बड़ी परेशानी का कारण बन चुकी है। नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 1 से 36 तक अधिकांश सड़कों का डामरीकरण पूरी तरह उखड़ चुका है। जगह-जगह गड्ढे, कीचड़ और असमतल सतहों के कारण आवागमन बेहद जोखिमभरा हो गया है। नागरिकों का कहना है कि घटिया निर्माण सामग्री और निगरानी की कमी के चलते लाखों रुपये खर्च होने के बावजूद सड़कें कुछ ही महीनों में बर्बाद हो गईं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि ठेकेदारों ने केवल औपचारिकता निभाई है। कई स्थानों पर सड़कों पर केवल ऊपर से डामर बिछाया गया, जो पहली ही बारिश में उखड़ गया। वहीं, जल आवर्धन योजना के तहत बार-बार की गई खुदाई से स्थिति और खराब हो गई है। जिन सड़कों की हालत पहले ठीक थी, उन्हें भी पाइपलाइन डालने के नाम पर खोदकर खराब कर दिया गया। भराई का काम बिना समतल किए सीमेंट-कंक्रीट से किया गया, जिससे सड़कें ऊबड़-खाबड़ हो गई हैं और दोपहिया वाहन चालकों के लिए जानलेवा साबित हो रही हैं।
शिकायतें अनसुनी, जनता नाराज़
शहर के नागरिकों ने बताया कि नगर पालिका अध्यक्ष, सीएमओ और संबंधित अधिकारियों को कई बार शिकायतें दी गईं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। बरसात के दिनों में गड्ढों में पानी भरने से दुर्घटनाओं का खतरा और बढ़ जाता है।
जनता की मांग — सड़कों का तत्काल पुनर्निर्माण
नागरिकों ने नगर पालिका प्रशासन से तुरंत सड़क मरम्मत और पुनर्निर्माण कार्य शुरू करने की मांग की है। साथ ही जिन ठेकेदारों ने घटिया निर्माण किया है, उनके खिलाफ जांच कर सख्त कार्रवाई करने की भी मांग उठाई है।
सीएमओ का कहना है
“जल आवर्धन योजना के तहत ठेका कंपनी ने जो सड़कें खोदी हैं, उन्हें सुधारने की जिम्मेदारी भी उसी कंपनी की है। स्टीमेट के आधार पर उखाड़ी गई सड़कों का पुनः निर्माण कराया जाएगा।”
— सी.के. मेश्राम, सीएमओ, नगर पालिका परिषद सारनी
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