शाहपुर(शैलेन्द्र गुप्ता) – Illegal Coal Transportation – कोल तस्करों द्वारा प्रशासन की अनदेखी के चलते जमकर खनन कर परिवहन किया जा रहा है लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। कोल तस्करों ने ब्लाक के कुसमेरी-दौड़ी में पुन: खुदान तैयार कर ली है। प्रतिदिन दर्जनों ट्रैक्टर व पिकअप, ट्रक में अवैध कोयला लोड कर फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से सीधे जिले से बाहर व ईंट-भट्टों में पहुंचाया जा रहा है। प्रशासन को जानकारी होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
कोल तस्करों द्वारा राजस्व विभाग को लाखों रुपए का नुकसान पहुंचाया जा रहा है। कोयला के अवैध कारोबार में कुछ रसूखदारों के भी नाम सामने आ रहे हैं। कोयला का अवैध कारोबार वर्षों से संचालित है।
मशीनों का भी किया जा रहा उपयोग(Illegal Coal Transportation)
कोयला का अवैध उत्खनन धड़ल्ले से चल रहा है। इस कारोबार में एक्सीवेटर मशीन के अलावा अधिकांश आदिवासियो से अवैध खनन कराया जाता है। कोयला तस्करों की माइनिंग एवं राजस्व विभाग में मजबूत पैठ है इसलिए इनका अवैध कारोबार कभी प्रभावित नहीं होता। इलाके के ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम ढोडी में नदी किनारे कई फीट लंबी सुरंग बनाकर कोयले की खुदाई की जाती है। जहां से कोयला ट्रैक्टरों से ग्राम कुसमेरी की थ्रेसर पर इक_ा किया जाता है। जहां से ट्रकों में भर कर कोयले को बाहर पहुंचाया जाता है। कोयला के अवैध उत्खनन के बारे में माइनिंग, राजस्व विभाग सहित जिले के उच्चाधिकारियों को भी मालूम है।
एक ट्रक कोयले के मिलते हैं 5 से 6 हजार(Illegal Coal Transportation)
पूर्व में कई बार शिकायत की गई लेकिन उच्चधिकारियों द्वारा मामले में गंभीरता नही दिखाने से अवैध कारोबार पर लगाम नहीं लग पा रही है। इसी कारण कोल तस्कर सक्रिय होकर अवैध कार्य को अंजाम दे रहे हैं। कुसमेरी व दौढी में अवैध कोयला खनन में लगे श्रमिकों व ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें खदान से कोयला खोदकर एक ट्रैक्टर कोयला लोड़ करने का 5 से 6 हजार रुपए ही मिलता है। जबकि यही कोयला बाजार में एक ट्रैक्टर 30 से 35 हजार रुपए में बिकता है।
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