Inauguration: हैदराबाद | भारत सरकार ने 2030 तक एक अरब अमेरिकी डॉलर मूल्य के हल्दी निर्यात का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है। यह घोषणा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को तेलंगाना के निजामाबाद में हल्दी बोर्ड के राष्ट्रीय मुख्यालय के उद्घाटन के अवसर पर की। सभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि हल्दी बोर्ड किसानों को उचित मूल्य दिलाने, पैकेजिंग, ब्रांडिंग और विपणन, तथा अंतरराष्ट्रीय निर्यात बढ़ाने के लिए काम करेगा। इसके साथ ही, अनुसंधान एवं विकास (R&D) को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
“आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि भारत सरकार ने 2030 तक हल्दी के एक अरब डॉलर मूल्य के निर्यात का लक्ष्य रखा है। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है और यह बोर्ड किसानों को हल्दी का सर्वोत्तम मूल्य दिलाने का कार्य करेगा,” – अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री
🌱 हल्दी किसानों को मिलेगा सीधा लाभ
शाह ने अपने संबोधन में यह भी स्पष्ट किया कि हल्दी बोर्ड की स्थापना किसानों के लंबे समय से लंबित मांग को पूरा करने की दिशा में एक ठोस कदम है। उन्होंने याद दिलाया कि 2023 के विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना में हल्दी बोर्ड स्थापित करने का वादा किया था, जिसे अब पूरा किया गया है।
💰 200 करोड़ रुपए का बजट आवंटित
भाजपा की तेलंगाना इकाई ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हल्दी की गुणवत्ता सुधार, अनुसंधान, और किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए ₹200 करोड़ का बजट स्वीकृत किया है। पार्टी ने इसे “किसानों के सपनों को साकार करने वाला कदम” बताया।
🧡 शाह का गर्मजोशी से स्वागत
इससे पहले हैदराबाद के बेगमपेट हवाई अड्डे पर केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी और अन्य भाजपा नेताओं ने अमित शाह का स्वागत किया। उनके आगमन के साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल रहा।
प्रासंगिक तथ्य:
- निजामाबाद जिला तेलंगाना का प्रमुख हल्दी उत्पादक क्षेत्र है।
- भारत वैश्विक हल्दी उत्पादन में अग्रणी है, लेकिन मूल्यवर्धन और निर्यात क्षमता सीमित रही है।
- हल्दी बोर्ड की स्थापना से प्रसंस्करण, निर्यात और वैश्विक ब्रांडिंग को मिलेगा नया आयाम।
- साभार…
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