Investment: अब भोपाल समेत पूरे प्रदेश के मरीजों को कैंसर और ऑर्गन ट्रांसप्लांट जैसी जटिल चिकित्सा सेवाओं के लिए दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहरों की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) के दौरान तीन प्रमुख कॉर्पोरेट अस्पतालों के निवेश को मंजूरी मिलने की संभावना है, जिससे प्रदेश की हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को नई मजबूती मिलेगी।
तीन बड़े कॉर्पोरेट अस्पतालों का निवेश:
1. भोपाल – सर गंगाराम हॉस्पिटल
- दिल्ली के प्रतिष्ठित सर गंगाराम हॉस्पिटल का मल्टी-स्पेशलिटी सेंटर भोपाल में खुलेगा।
- इसमें ऑर्गन ट्रांसप्लांट यूनिट होगी, जहां लिवर, किडनी और बोन मैरो ट्रांसप्लांट जैसी जटिल सर्जरी संभव होगी।
2. ग्वालियर – कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हॉस्पिटल
- ग्वालियर में कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हॉस्पिटल की नई ब्रांच खुलेगी।
- इसमें कैंसर ट्रीटमेंट, हाई-टेक कार्डियक केयर और न्यूरो-कार्डियक केयर पर फोकस होगा।
3. भोपाल/इंदौर – अदाणी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल
- अदाणी ग्रुप भी भोपाल या इंदौर में एक सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल खोलने जा रहा है।
- इसमें हाई-टेक ट्रॉमा सेंटर की सुविधा होगी, जिससे गंभीर दुर्घटनाओं और आपातकालीन स्थितियों में मरीजों को त्वरित इलाज मिल सकेगा।
मध्यप्रदेश की नई हेल्थ पॉलिसी:
प्रदेश सरकार ने नई हेल्थ पॉलिसी तैयार की है, जिसे ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में पेश किया जाएगा।
मुख्य विशेषताएं:
✅ अस्पताल स्थापित करने के लिए जरूरी 20 प्रमुख अनुमतियों को लोक सेवा गारंटी अधिनियम में शामिल किया गया।
✅ सिंगल विंडो सिस्टम से 30-45 दिनों में मंजूरी मिलेगी।
✅ हेल्थ सेक्टर में निवेश के लिए तीन कैटेगरी में सब्सिडी और छूट दी जाएगी।
तीन कैटेगरी में छूट का प्रावधान:
1️⃣ A कैटेगरी – भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर (कोई सब्सिडी नहीं)
- इन बड़े शहरों में निवेश पर कोई सीधी सब्सिडी नहीं दी जाएगी।
- यदि कोई संस्था 500 करोड़ से अधिक निवेश करती है, तो कैबिनेट कमेटी फॉर इन्वेस्टमेंट प्रमोशन (CCIP) के माध्यम से विशेष छूट दी जा सकती है।
2️⃣ B कैटेगरी – कस्बाई जिले (30% सब्सिडी)
- कम आबादी वाले जिलों में मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल (100 बेड) और सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल (50 बेड) के लिए 30% कैपिटल सब्सिडी दी जाएगी।
- यदि कोई संस्था 75 करोड़ से अधिक निवेश करती है, तो उसे CCIP से अतिरिक्त छूट मिल सकती है।
3️⃣ C कैटेगरी – पिछड़े जिले (40% सब्सिडी)
- आदिवासी और पिछड़े जिलों में मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल (100 बेड) और सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल (50 बेड) खोलने पर 40% कैपिटल सब्सिडी दी जाएगी।
- यदि कोई संस्था 75 करोड़ से अधिक निवेश करती है, तो उसे CCIP से अतिरिक्त छूट मिल सकती है।
फायदे:
✅ मरीजों को प्रदेश में ही विश्वस्तरीय इलाज उपलब्ध होगा।
✅ ऑर्गन ट्रांसप्लांट, कैंसर ट्रीटमेंट और कार्डियक केयर के लिए अन्य राज्यों में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
✅ हेल्थ सेक्टर में बड़े स्तर पर रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
✅ ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में भी अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं पहुंचेंगी।
मध्यप्रदेश में हेल्थ सेक्टर में यह ऐतिहासिक निवेश प्रदेश को चिकित्सा हब के रूप में विकसित करेगा और लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उनके अपने राज्य में ही मिल सकेंगी।
source internet… साभार….
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