महाराष्ट्र चुनावों में धांधली के आरोपों पर खुली चर्चा की पेशकश
Invitation: नई दिल्ली: भारत के चुनाव आयोग (ECI) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को एक आधिकारिक पत्र भेजते हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में कथित धांधली के आरोपों पर खुली चर्चा के लिए आमंत्रित किया है। आयोग का यह कदम पारदर्शिता और जवाबदेही को लेकर उसके रुख को दर्शाता है और इससे राजनीतिक गलियारों में नई हलचल मच गई है।
📨 चुनाव आयोग ने जताई खुली बातचीत की इच्छा
अपने पत्र में ECI ने स्पष्ट किया कि वह राहुल गांधी द्वारा उठाए गए सभी सवालों और चिंताओं पर चर्चा को तैयार है। राहुल ने हाल ही में महाराष्ट्र चुनावों में ईवीएम की विश्वसनीयता और मतगणना प्रक्रिया पर सवाल उठाए थे। आयोग ने कांग्रेस नेता से तारीख और समय तय करने का अनुरोध किया है, ताकि वे आयोग से मिलकर अपने आरोपों पर बातचीत कर सकें।
📄 2024 में भी भेजा गया था जवाब
EC ने अपने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि राहुल गांधी द्वारा उठाए गए कई मुद्दों का जवाब पहले ही 24 दिसंबर 2024 को कांग्रेस को भेजा गया था, जिसकी प्रति आयोग की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। यह जवाब महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के बाद कांग्रेस द्वारा उठाई गई आपत्तियों के संदर्भ में दिया गया था।
🗣️ फडणवीस-राहुल के बीच जुबानी जंग
इस मुद्दे ने तब और तूल पकड़ा जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच सोशल मीडिया पर तीखी बयानबाज़ी हुई। राहुल गांधी ने फडणवीस के निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता सूची में अवैध नाम जोड़ने का आरोप लगाया, जिस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें “अंधेरे में तीर चलाने वाला” बताते हुए पलटवार किया।
🔎 राजनीतिक और लोकतांत्रिक प्रभाव
यह आमंत्रण न केवल संवैधानिक संस्थाओं के बीच संवाद को बढ़ावा देने वाला कदम है, बल्कि इससे चुनाव आयोग की साख और प्रक्रिया की पारदर्शिता पर भी सार्वजनिक भरोसा कायम रखने की कोशिश की गई है। यदि राहुल गांधी आयोग से मिलते हैं और अपना पक्ष रखते हैं, तो यह घटना भारत के चुनावी इतिहास में एक मिसाल के रूप में देखी जा सकती है।
साभार..
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