ITR File: नई दिल्ली | वित्त वर्ष 2024-25 के लिए इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस साल रिटर्न फाइल करने की अंतिम तारीख 15 सितंबर 2025 तय की गई है। आम धारणा है कि जिनकी सालाना आय ₹2.5 लाख से कम है, उन्हें ITR फाइल करने की जरूरत नहीं—but ऐसा नहीं है। विशेषज्ञों का कहना है कि भले ही आप टैक्स के दायरे में नहीं आते हों, फिर भी ITR फाइल करने के कई बड़े फायदे हैं। यह न सिर्फ आपकी वित्तीय विश्वसनीयता को मजबूत करता है, बल्कि भविष्य में आर्थिक लेनदेन में भी आपकी सहायता करता है।
क्या होता है ITR?
इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) एक वित्तीय विवरण होता है जिसे आप सरकार को सौंपते हैं, जिसमें आपकी सालाना कमाई, टैक्स देनदारी और पहले से कटे टैक्स (TDS) का ब्यौरा होता है। यह तय करता है कि आपको टैक्स चुकाना है या रिफंड मिलेगा।
ITR फाइल करने के 4 अहम फायदे:
✅ 1. लोन मिलने में आसानी
ITR आपकी आय का सरकारी दस्तावेजी प्रमाण होता है। बैंक और NBFCs अक्सर लोन देते समय पिछले 1–3 साल के ITR मांगते हैं। नियमित ITR फाइल करने वालों को पर्सनल, होम या एजुकेशन लोन आसानी से मिल जाता है।
✅ 2. वीजा आवेदन में मददगार
विदेश यात्रा या स्टूडेंट वीजा के लिए फाइनेंशियल स्टेबिलिटी दिखाना जरूरी होता है। कई देश जैसे अमेरिका, कनाडा, यूके, शेंगेन जोन आदि 3–5 वर्षों का ITR मांगते हैं। इससे यह साबित होता है कि आप भारत में आर्थिक रूप से स्थिर हैं।
✅ 3. टैक्स रिफंड क्लेम करने का हक
अगर आपकी आय पर TDS कट चुका है लेकिन कुल आमदनी टैक्स के दायरे में नहीं आती, तो ITR फाइल किए बिना आप रिफंड क्लेम नहीं कर सकते। रिफंड का पैसा तभी बैंक खाते में आएगा जब आप समय पर ITR दाखिल करेंगे।
✅ 4. घाटा कैरी फॉरवर्ड करने का लाभ
अगर शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड या बिजनेस में आपको घाटा हुआ है, तो इस घाटे को अगले साल की आय के साथ समायोजित करने के लिए समय पर ITR फाइल करना जरूरी होता है। इससे भविष्य में टैक्स बचाया जा सकता है।
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