प्रयागराज: महाकुंभ 2025 का आज 17वां दिन है और मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर दूसरा अमृत स्नान जारी है। देशभर से आए करोड़ों श्रद्धालु, संत-महात्मा संगम तट पर स्नान कर रहे हैं।
अमृत स्नान के लिए अखाड़ों की रवानगी
- अखाड़ों के साधु-संत रथों और गाड़ियों में सवार होकर संगम की ओर बढ़ रहे हैं।
- संगम तक के मार्ग को RAF और पुलिस बल ने सुरक्षित कर दिया है।
- भाजपा सांसद हेमा मालिनी और कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर पहले ही स्नान कर चुके हैं।
संगम तट पर भगदड़, प्रशासन ने रोका स्नान
सुबह अखाड़ों के संतों के स्नान के दौरान भीड़ बेकाबू हो गई, जिससे भगदड़ की स्थिति बन गई। इसके बाद प्रशासन ने तुरंत संतों से अपील की कि वे स्नान के लिए आगे न बढ़ें। इस अपील के बाद साधु-संत अपने शिविरों में लौट गए और बैठक की।
पहले यह निर्णय हुआ कि साधु-संत स्नान नहीं करेंगे, लेकिन अब मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद अखाड़ों ने सहमति दे दी है।
अब तक 3.61 करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
- सुबह 9 बजे तक 3.61 करोड़ श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके थे।
- 28 जनवरी तक 19.94 करोड़ श्रद्धालु महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं।
- इस समय 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज में मौजूद हैं।
- प्रशासन श्रद्धालुओं को पास के अन्य घाटों की ओर भेजकर भीड़ को नियंत्रित कर रहा है।
साधु-संतों के जत्थे संगम की ओर रवाना
- महानिर्वाणी अखाड़ा और अटल अखाड़ा के संत स्नान के लिए निकल चुके हैं।
- भाजपा सांसद साक्षी महाराज भी अखाड़े के संतों के साथ अमृत स्नान के लिए पहुंचे।
- श्री बाराहमासी महात्यागी नृसिंह धाम, जयपुर के साधु-संत भी संगम स्नान के लिए रवाना हुए हैं।
अमृत स्नान का महत्व
मौनी अमावस्या का महाकुंभ में विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि इस दिन संगम में स्नान करने से समस्त पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। महाकुंभ के दौरान यह दूसरा अमृत स्नान है, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु हिस्सा ले रहे हैं।
प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
- संगम तट और आसपास पुलिस बल की भारी तैनाती।
- मार्च पास्ट कर रही पुलिस और RAF के जवान।
- भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ड्रोन कैमरों से निगरानी।
- स्नान घाटों पर स्वास्थ्य टीमों की तैनाती।
आगे क्या?
- पूरे दिन स्नान जारी रहेगा।
- अगले प्रमुख स्नान की तैयारियां शुरू।
- प्रशासन लगातार श्रद्धालुओं को संगम और अन्य घाटों पर स्नान कराने की व्यवस्था में जुटा हुआ है।
महाकुंभ 2025 का यह स्नान ऐतिहासिक बनने जा रहा है, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु पुण्य लाभ कमा रहे हैं। 🚩
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