त्रेता युग से गूंज रहा भोलेनाथ का नाम, सावन में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
Mysterious: भोपाल: गुना जिले के घने जंगलों में स्थित केदारनाथ धाम इन दिनों श्रद्धालुओं और पर्यटकों दोनों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। गुना जिला मुख्यालय से करीब 40-45 किलोमीटर दूर, गुना उत्तर वन परिक्षेत्र के महोदरा जंगलों में स्थित यह धार्मिक स्थल प्राचीन काल, विशेषकर त्रेता युग से जुड़ा हुआ माना जाता है। इस गुफा मंदिर में स्थित शिवलिंग को लेकर मान्यता है कि यह स्वयंभू है और यहां बाबा भोलेनाथ का निवास है। हर साल सावन माह में यहां श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ता है, जो कांवड़ यात्रा के रूप में भी देखा जाता है।
🌊 प्राकृतिक झरनों का जलाभिषेक और अबूझ रहस्य
जंगल के भीतर बसी यह गुफा न सिर्फ धार्मिक महत्व रखती है बल्कि प्राकृतिक सुंदरता का एक दुर्लभ उदाहरण भी है।
- यहां 12 महीने झरनों के जरिए प्राकृतिक जलाभिषेक होता रहता है।
- पुजारी जब सुबह पूजा के लिए गुफा में पहुंचते हैं तो शिवलिंग पर पहले से चढ़े फूल और बेलपत्र उन्हें अचंभित कर देते हैं।
यहां के प्राकृतिक रहस्य और गहराई को लेकर स्थानीय लोगों में कई किवदंतियां प्रचलित हैं।
🧘♂️ पुजारी की जुबानी: 28 वर्षों से सेवा में लगे नंदकिशोर शर्मा
इस स्थल पर बीते 28 वर्षों से पूजा-अर्चना कर रहे पुजारी नंदकिशोर शर्मा कहते हैं:
“गुफा धरती की सतह से करीब 250 फीट नीचे है। इसकी बनावट और उत्पत्ति कैसे हुई, ये आज तक रहस्य है। शिवलिंग की प्राचीनता और चमत्कारी अनुभवों ने इसे और भी पावन बना दिया है।”
🛰 मानव पंजे जैसी आकृति, आसमान से दिखता है रहस्य
एक अनोखी बात यह है कि जब इस स्थान का चित्र आसमान से ड्रोन या सैटेलाइट के जरिए लिया जाए, तो इसकी आकृति मानव के विशाल पंजे जैसी प्रतीत होती है।
- खास बात यह कि अंगूठे के स्थान पर शिवलिंग विराजमान है।
🌧 बरसात में जीवंत हो उठता है सौंदर्य
इन दिनों बारिश के कारण यहां चारों ओर झरनों की मधुर ध्वनि और हरियाली छाई हुई है। पर्यटकों और श्रद्धालुओं को यहां की शांति, प्रकृति और आध्यात्मिक ऊर्जा का अद्भुत संगम महसूस होता है।
🔔 पर्यटन और धार्मिक आयोजन बढ़े, सुविधाएं सीमित
जहां एक ओर इस क्षेत्र की धार्मिक और प्राकृतिक महत्ता लगातार बढ़ रही है, वहीं दूसरी ओर अभी भी आवागमन, सड़क, बिजली और सुरक्षा सुविधाएं सीमित हैं। क्षेत्रीय लोगों और श्रद्धालुओं की मांग है कि सरकार इसे धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करे।
📸 तस्वीरें:
- गुफा के भीतर शिवलिंग
- घने जंगल के झरने
- कांवड़ लेकर आते श्रद्धालु
- मानव पंजे जैसी स्थल आकृति (ड्रोन शॉट)
- साभार…
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