New Executive: भोपाल। मध्य प्रदेश भाजपा की नई कार्यकारिणी को लेकर चल रहा मंथन अब लगभग पूरा हो चुका है। प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ विस्तृत चर्चा के बाद पदाधिकारियों की सूची तैयार कर ली है। सूत्रों के मुताबिक यह सूची मंजूरी के लिए केंद्रीय नेतृत्व को भेजी जा रही है और संभावना है कि दिवाली से पहले कार्यकारिणी की घोषणा कर दी जाएगी।
2 जुलाई को प्रदेश अध्यक्ष बने हेमंत खंडेलवाल को पद संभाले 97 दिन हो चुके हैं। फिलहाल वे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वी.डी. शर्मा की बनाई टीम के साथ काम कर रहे हैं, लेकिन अब संगठन में बड़े पैमाने पर बदलाव तय माने जा रहे हैं।
60% पुराने पदाधिकारी बाहर होंगे
वी.डी. शर्मा की टीम में शामिल करीब 60% पदाधिकारियों को नई कार्यकारिणी में जगह नहीं मिलेगी। शर्मा फरवरी 2020 से लेकर कुल 5 साल 4 महीने 17 दिन तक प्रदेश अध्यक्ष रहे। उनकी कार्यकारिणी के कई पदाधिकारी अब सांसद या विधायक बन चुके हैं, जबकि किसान, ओबीसी और महिला मोर्चा के अध्यक्ष भी मंत्री या सांसद बन चुके हैं।
पुराने संगठन मंत्रियों की वापसी की संभावना
पार्टी सूत्रों के अनुसार, 2021 में हटाए गए कुछ संभागीय संगठन मंत्रियों की नई कार्यकारिणी में वापसी हो सकती है। इनमें शैलेंद्र बरुआ, आशुतोष तिवारी, जयपाल चावड़ा, श्याम महाजन और जितेंद्र लिटोरिया जैसे नाम शामिल हैं। इनमें से ज्यादातर को पहले निगम-मंडलों में मंत्री का दर्जा देकर समायोजित किया गया था।
महामंत्री और कार्यालय प्रभारी के लिए जोड़-तोड़
नई टीम में शामिल होने के लिए नेताओं के बीच जबर्दस्त लॉबिंग चल रही है। खासतौर पर प्रदेश महामंत्री और कार्यालय प्रभारी के पदों के लिए कई दावेदार सक्रिय हैं। कई नेताओं ने प्रदेश अध्यक्ष से मुलाकात कर अपनी दावेदारी मजबूत करने की कोशिश की है।
मोर्चों के अध्यक्ष भी बदले जाएंगे
प्रदेश कार्यकारिणी के साथ ही पार्टी अपने विभिन्न मोर्चों में भी बदलाव करने जा रही है।
- ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष नारायण सिंह कुशवाह अब मंत्री हैं,
- किसान मोर्चा अध्यक्ष चौधरी दर्शन सिंह सांसद बन चुके हैं,
- और महिला मोर्चा अध्यक्ष माया नारोलिया राज्यसभा सांसद हैं।
इनके साथ ही युवा मोर्चा, एससी मोर्चा और एसटी मोर्चा के भी नए अध्यक्ष बनाए जाएंगे।
साभार…
Leave a comment