Poster goes viral:इंदौर | जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले की गूंज अब मध्य प्रदेश के इंदौर तक पहुंच चुकी है। यहां “धर्म पूछकर व्यापार” करने की अपील वाले विवादित पोस्टर सामने आए हैं, जिन्होंने सोशल मीडिया पर तीव्र प्रतिक्रियाएं उत्पन्न की हैं और सांप्रदायिक तनाव को हवा देने की आशंका बढ़ा दी है।
ये पोस्टर इंदौर की सेंट्रल जेल के सामने लगाए गए हैं, जिनमें लिखा है —
“अगर धर्म पूछकर गोली मारी जा सकती है, तो धर्म पूछकर ही व्यापार करना पड़ेगा। अपने बच्चों के सुरक्षित भविष्य के लिए… अब तो नाम पूछना ही पड़ेगा। आदत डालिए नाम पूछने की…”
पोस्टर में पहलगाम हमले में शहीद हुए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल और उनकी पत्नी की तस्वीर के साथ जम्मू-कश्मीर का नक्शा भी दिखाया गया है। पोस्टर पर बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद का नाम लिखा है, हालांकि दोनों संगठनों ने अभी तक इस मामले में कोई औपचारिक बयान नहीं दिया है।
पूर्व घटनाएं और बढ़ता आक्रोश
इंदौर में यह कोई पहली घटना नहीं है। पिछले सप्ताह छप्पन दुकान इलाके में एक और पोस्टर लगाया गया था जिसमें लिखा था:
“पिग्स एंड पाकिस्तानी सिटीजन्स आर नॉट अलाउड”,
और उसमें एक सुअर को पाकिस्तानी जनरल के रूप में दर्शाया गया था।
इससे पहले, पहलगाम हमले के विरोध में पाकिस्तान का पुतला जलाने के दौरान भी विवाद खड़ा हो गया था, जब भीड़ में से किसी ने “पाकिस्तान जिंदाबाद” के नारे लगाए। इस पर तत्काल प्रतिक्रिया देते हुए विधायक और स्थानीय पुलिस ने कार्रवाई की, जिसके चलते पार्षद अनवर कादरी को गिरफ्तार भी किया गया।
पुलिस और प्रशासन की चुप्पी
अब तक इन पोस्टरों को किसने लगाया, इस पर प्रशासन ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। हालांकि, सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इन तस्वीरों ने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में बहस छेड़ दी है। सांप्रदायिक सौहार्द को बनाए रखने के लिए प्रशासन से स्पष्ट कार्रवाई की मांग की जा रही है।
सामाजिक संगठनों की प्रतिक्रिया
कुछ सामाजिक संगठनों ने इस तरह के पोस्टरों को नफरत फैलाने वाला और संविधान विरोधी बताया है। वहीं कुछ दक्षिणपंथी समूह इसे आत्मरक्षा और जवाबी प्रतीक के रूप में प्रचारित कर रहे हैं।
साभार…
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