Preparation: मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संगठनात्मक ढांचे में बड़े बदलाव और नए दिशा-निर्देशों पर केंद्रित है। भाजपा ने सभी 62 जिलों के अध्यक्षों की घोषणा के बाद, कार्यकारिणी के गठन के लिए गाइडलाइन जारी की है।
मुख्य बिंदु:
- नई कार्यकारिणी में बदलाव:
- 40% पदाधिकारी नए होंगे, जबकि 60% पुराने सदस्यों को रखा जा सकता है।
- महिलाओं, अनुसूचित जाति (अजा) और अनुसूचित जनजाति (अजजा) को संविधान के अनुसार प्रतिनिधित्व मिलेगा।
- संगठन में निष्क्रिय कार्यकर्ताओं को पद नहीं दिया जाएगा।
- मंडल और जिला कार्यकारिणी का ढांचा:
- मंडल समिति: अध्यक्ष के साथ 6 उपाध्यक्ष, 2 महामंत्री, 6 मंत्री, 1 कोषाध्यक्ष, 5 महिलाएं और 6 अजा/अजजा सदस्य होंगे।
- जिला समिति: अध्यक्ष के साथ 8 उपाध्यक्ष, 3 महामंत्री, 8 मंत्री, 1 कोषाध्यक्ष, 7 महिलाएं और 2 अजा/अजजा सदस्य होंगे।
- मोर्चा समिति: मंडल स्तर पर 3 उपाध्यक्ष, 2 महामंत्री, 3 मंत्री, 1 कोषाध्यक्ष और जिला स्तर पर 5 उपाध्यक्ष, 2 महामंत्री, 5 मंत्री, 1 कोषाध्यक्ष होगा।
- महिलाओं को विशेष प्राथमिकता:
- प्रत्येक कार्यकारिणी में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
- जिला स्तर पर 90 सदस्यों में 30 महिलाएं और मंडल स्तर पर 60 में से 20 महिलाएं होंगी।
- मोर्चा संगठन:
- भाजपा के 7 मोर्चों में नियुक्ति ऊपर से होगी।
- पहले प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त होंगे, फिर उनकी सहमति से जिला अध्यक्ष चुने जाएंगे।
- निरंतर पद:
- कार्यालय मंत्री, कोषाध्यक्ष, आईटी सेल एवं सोशल मीडिया तथा मीडिया संयोजक के पद सक्रिय रहने पर बनाए रखे जाएंगे।
राजनीतिक प्रभाव:
इस नए संगठनात्मक बदलाव से भाजपा नए और ऊर्जावान कार्यकर्ताओं को जोड़ने का प्रयास कर रही है। साथ ही, महिलाओं और अनुसूचित वर्ग को अधिक प्रतिनिधित्व देकर संतुलन बनाए रखने की कोशिश की जा रही है।
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