Prospects: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए अभी और इंतजार करना पड़ सकता है। पहले जहां 14 मार्च (होली के बाद) अध्यक्ष के ऐलान की अटकलें लगाई जा रही थीं, वहीं अब यह प्रक्रिया अप्रैल तक टलने की संभावना जताई जा रही है।
चुनाव में देरी की तीन मुख्य वजहें
🏛 1. राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव की धीमी गति
🔸 प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया अधूरी – अभी तक सिर्फ 12 राज्यों में यह प्रक्रिया पूरी हुई है।
🔸 केंद्रीय पर्यवेक्षक भेजने और चुनाव की तारीख तय करने में 10-12 दिन लग सकते हैं।
🔸 इसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव करने में और 12-15 दिन का समय लगेगा।
🏛 2. आरएसएस की बैठक के कारण निर्णय में देरी
🔸 21-23 मार्च तक बेंगलुरु में आरएसएस की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक होगी।
🔸 इस बैठक में जेपी नड्डा, बीएल संतोष और 1500 से ज्यादा प्रतिनिधि शामिल होंगे।
🔸 आरएसएस के वरिष्ठ अधिकारी 17 से 24 मार्च तक बेंगलुरु में रहेंगे, जिससे बीजेपी को अंतिम फैसला लेने के लिए 24 मार्च तक इंतजार करना पड़ सकता है।
🏛 3. हिंदू नववर्ष के पहले महीने में ऐलान संभव
🔸 बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को हिंदू नववर्ष से जोड़ना चाहती है।
🔸 30 मार्च से हिंदू नववर्ष शुरू हो रहा है, इसलिए अप्रैल में चुनाव की घोषणा संभव है।
🔸 पार्टी इसे हिंदू अस्मिता से जोड़कर एक मजबूत संदेश देना चाहती है।
अब क्या आगे की रणनीति होगी?
🟠 बीजेपी प्रदेश स्तर पर चुनाव की प्रक्रिया तेजी से पूरी करेगी।
🟠 आरएसएस की बैठक के बाद नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम पर अंतिम सहमति बनेगी।
🟠 अप्रैल में हिंदू नववर्ष के बाद आधिकारिक घोषणा होने की संभावना है।
इस तरह, बीजेपी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष तय करने की प्रक्रिया अभी कुछ हफ्तों और खिंच सकती है।
source internet… साभार….
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