Public uprising: सीहोर | मध्यप्रदेश के सीहोर जिले स्थित कुबेरेश्वर धाम में मंगलवार को कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की अगुवाई में निकाली गई भव्य कांवड़ यात्रा में देशभर से आए श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। सीवन नदी के तट से शुरू हुई इस यात्रा में करीब ढाई लाख शिवभक्तों की उपस्थिति दर्ज की गई।
🚧 हाईवे पर लगा लंबा जाम, दो श्रद्धालुओं की मौत
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण इंदौर-भोपाल हाईवे पर मंगलवार देर रात से लंबा ट्रैफिक जाम लगा हुआ है। भीड़ का दबाव इतना अधिक था कि भीड़ में दबने से दो महिलाओं की मौत हो गई। इस दुखद घटना ने प्रशासनिक तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
🙏 श्रावण मास में शिव की भक्ति चरम पर
पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा,
“शिव पुराण के अनुसार श्रावण मास में भगवान शिव और माता पार्वती पृथ्वी पर निवास करते हैं। यह शिव युग की वापसी का प्रतीक है।”
उन्होंने बताया कि पूजन, उपवास और सेवा का इस मास में विशेष महत्व होता है। इस धार्मिक भावना को देखते हुए यात्रा को भव्य रूप दिया गया है।
🚁 हेलिकॉप्टर से हुई पुष्पवर्षा
विठलेश सेवा समिति के समीर शुक्ला ने जानकारी दी कि आयोजन के दौरान श्रद्धालुओं पर हेलिकॉप्टर से फूलों की वर्षा की गई, जिससे माहौल भक्तिभाव और उत्साह से भर गया।
🗣️ श्रद्धालुओं का अनुभव: “भीड़ है, लेकिन आनंद भी है”
एक महिला श्रद्धालु ने बताया,
“हम 7-8 लोग आए हैं। भीड़ बहुत ज्यादा है, गाड़ियों में खचाखच भीड़ है, लेकिन कुबेरेश्वर धाम के दर्शन कर आनंद मिल रहा है। आयोजन भव्य है।”
🏛️ प्रशासनिक व्यवस्था और सुझाव
हादसे के बाद पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक उषा ठाकुर ने चिंता जताते हुए कहा कि प्रशासन अपनी ओर से पूरी कोशिश कर रहा है, लेकिन
“कथावाचक के कहने पर भक्त अनुशासन में आ सकते हैं। आयोजनों में जिलावार आमंत्रण की व्यवस्था होनी चाहिए ताकि हादसे रोके जा सकें।”
साभार…
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