Rain havoc: भोपाल: मध्यप्रदेश में सक्रिय हुए मौसम प्रणाली (Weather System) के चलते बारिश का जोरदार दौर जारी है। शुक्रवार को राज्य के 20 से अधिक जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई, वहीं शनिवार को 14 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बनने लगी है और स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई है।
🌧️ आज भारी बारिश का अलर्ट, 4.5 इंच तक गिर सकता है पानी
शनिवार को जिन 14 जिलों में भारी बारिश का पूर्वानुमान है, वे हैं:
ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, आगर-मालवा, राजगढ़, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, डिंडौरी और अनूपपुर।
इन जिलों में अगले 24 घंटों में 4.5 इंच तक बारिश हो सकती है।
⚠️ 16 जिलों में बाढ़ का खतरा, शिवपुरी में स्कूल बंद
मौसम तंत्र के कमजोर होने के बाद भी 16 जिलों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है।
बाढ़ संभावित जिले:
ग्वालियर, छतरपुर, दमोह, कटनी, पन्ना, सागर, सतना, टीकमगढ़, अशोकनगर, दतिया, गुना, मुरैना, राजगढ़, श्योपुर, शिवपुरी और विदिशा।
शिवपुरी में नर्सरी से लेकर 12वीं तक के स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है।
🌊 डैम के गेट खुले, पुल-पुलियों पर पानी
- छतरपुर में रनगुवां डैम के 12, कुटनी के 7 और लहचूरा डैम के 13 गेट खोलकर पानी छोड़ा गया।
- शिवपुरी में मड़ीखेड़ा अटल सागर बांध के 2 गेट खोले गए।
- टीकमगढ़ में पूनौल नाला उफान पर रहा, झांसी हाईवे पर ट्रैफिक बंद।
- शुक्रवार को रीवा, सतना, डिंडौरी, मऊगंज में भी स्कूलों में छुट्टी रही।
📊 9 घंटे में डेढ़ इंच बारिश, कई जिलों में रिकॉर्ड वर्षा
- शिवपुरी: 9 घंटे में 1.5 इंच बारिश
- गुना और ग्वालियर: 1.25 इंच
- रतलाम: 1.2 इंच
- छतरपुर (नौगांव): 1 इंच
- दतिया: 0.5 इंच
इसके अलावा भोपाल, उज्जैन, जबलपुर, मंडला, सागर, बालाघाट, खजुराहो, मऊगंज, रीवा, डिंडौरी, मंदसौर समेत अन्य जिलों में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हुई।
🛰️ मानसून टर्फ और डिप्रेशन बना कारण
मौसम वैज्ञानिक अरुण शर्मा के अनुसार, प्रदेश से गुजर रही मानसून टर्फ लाइन और एक सक्रिय डिप्रेशन के चलते बारिश का दौर बना हुआ है।
शनिवार को कुछ जिलों में भारी बारिश होगी, लेकिन इसके बाद मौसम तंत्र के कमजोर पड़ने की संभावना है।
🌍 अब तक सामान्य से 8.3 इंच ज्यादा बारिश
इस मानसून सीजन में प्रदेश में औसतन 20.1 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि सामान्यतः इस समय तक 11.8 इंच बारिश होती है। यानी अब तक 8.3 इंच अधिक वर्षा हो चुकी है। इस बार पूर्वी मध्यप्रदेश में मानसून अधिक सक्रिय रहा है।
साभार…
Leave a comment