बिछड़ों को मिलने में रवि त्रिपाठी ने स्थानीय स्तर पर किए थे प्रयास
Santosh Patel: बैतूल। वर्तमान समय सोशल मीडिया का चल रहा है। इससे फायदे भी हैं और नुकसान भी है। लेकिन जो लोग इसका सही उपयोग कर रहे हैं उससे फायदे भी हो रहे हैं। हमेशा सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाले डीएसपी संतोष पटेल सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों की मदद कर रहे हैं। ताजा मामला एक बिछड़े हुए पिता और पुत्र का है। श्री पटेल ने एक रील सोशल मीडिया पर अपडेट की थी जिसके बाद 40 साल पहले बिछड़े पिता को उसके पुत्र से मिलाया है।
40 साल पहले छोड़ दिया था घर
कहानी कुछ इस प्रकार की है कि बैतूल के पूर्व फुटबाल खिलाड़ी और सेवानिवृत्त सबइंस्पेक्टर पूरन सिंह ठाकुर की धर्मपत्नी का निधन होने के बाद वह मानसिक रूप से परेशान रहने लगे थे। इसी के चलते 40 साल पहले वह घर से कहीं चले गए लेकिन फिर वापस नहीं आए। पुत्र राजा सिंह ने भी पिता को मरा हुआ समझकर मध्यप्रदेश छोडक़र महाराष्ट्र में जाकर रहने लगा था और वहीं नौकरी करने लगा। जिस समय पूरनसिंह घर से निकले थे उस समय पुत्र राजा सिंह की उम्र मात्र 2 साल की थी।
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डीएसपी की पहल पर मिले पिता-पुत्र
डीएसपी संतोष पटेल जन्मदिन पर भोपाल के वृद्धाश्रम पहुंचे और बुजुर्गों से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने पूरन सिंह से भी चर्चा करते हुए रील बनाई और इसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दी। रील के वायरल होने पर बेटा राजा सिंह अपनी पत्नी संगीता सिंह महाराष्ट्र से भोपाल वृद्धाश्रम आए और पिता को अपने साथ ले गए। राजा ने बताया कि माँ की मौत के बाद जब पिता घर से निकले उस समय वह 2 वर्ष का था। माँ की मौत के बाद पिता की मानसिक हालत खराब होने लगी थी और वह 1983 में घर से चले गए। भटकते हुए 1985 में भोपाल पहुंचे यहां उनके जमीदार दोस्त कमर खान के घर दाता कॉलोनी एयरपोर्ट रोड पर रहे और उनकी खेती बड़ी संभाली। दोस्त की मृत्यु के बाद बेटे जाहिर ने कुछ समय अपने साथ रखा जिसके बाद जब बुजुर्ग को वह नहीं रख पा रहे थे।
6 माह से रह रहे थे आश्रम में
6 माह पूर्व उन्होंने समाज सेवी मोहन सोनी से संपर्क किया और उन्हें बुजुर्ग के बारे में बताया जिसके बाद श्री सोनी से संबंधित थाने में सूचना देकर सामाजिक न्याय एवं निशक्त कल्याण संयुक्त संचालक से आसरा वृद्धाश्रम के लिए आदेश पत्रक लिया व आश्रम में पुनर्वास दिया। जबसे पूरण सिंह आश्रम में रह रहे थे। उन्होंने हमें बताया वह ग्वालियर व भिंड में पदस्थ रहे है। वह अपने जमाने में बैतूल जिले के सबसे अच्छे फुटबॉल खिलाड़ी भी रहे है। पूरन सिंह की तलाश करने में बैतूल के रवि त्रिपाठी और राजेश सरेआम ने भी काफी प्रयास किए थे लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल पाई थी। पिता के मिलने पर राजा सिंह ने डीएसपी संतोष पटेल का आभार व्यक्त किया है।
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