307 एडवांस टोड आर्टिलरी गन सिस्टम और 327 गन टोइंग वाहन खरीदे जाएंगे
Self-reliance: नई दिल्ली: भारतीय रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और स्वदेशी उत्पादन को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। भारतीय सेना के लिए 7,000 करोड़ रुपये की डील के तहत 307 ATAGS (Advanced Towed Artillery Gun System) और 327 गन टोइंग वाहन खरीदे जाएंगे।
🔎 मुख्य बिंदु:
- ATAGS तोपें: 155mm/52-कैलिबर की ये तोपें 45-48 किमी तक मार कर सकती हैं।
- स्वदेशी निर्माण: DRDO द्वारा विकसित, भारत फोर्ज (60%) और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स (40%) द्वारा निर्मित।
- भविष्य की योजना: भारतीय सेना 15 आर्टिलरी रेजिमेंट्स में ATAGS तोपों को शामिल करेगी, और आगे 1,580 तोपों की योजना है।
- तकनीकी विशेषताएं:
- पांच राउंड लगातार फायरिंग की क्षमता।
- ऑल-इलेक्ट्रिक ड्राइव टेक्नोलॉजी, जिससे कम मेंटेनेंस की आवश्यकता।
🚀 वैश्विक स्तर पर प्रभाव:
- ATAGS को पहले ही कुछ अंतरराष्ट्रीय ऑर्डर मिल चुके हैं, जिससे भारत के रक्षा निर्यात में वृद्धि की संभावना है।
- स्वदेशी हथियार प्रणाली की यह डील भारत को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम है।
⚡ भ्रष्टाचार से सबक:
- अतीत में बोफोर्स घोटाला (1980), Denel विवाद (2005) और ST Kinetics विवाद (2009) जैसे मामले देखे गए।
- अब सरकार ने पारदर्शिता और स्वदेशी उत्पादन को प्राथमिकता दी है।
🛡️ युद्धक्षेत्र में बढ़त:
- रूस-यूक्रेन युद्ध ने साबित किया है कि लंबी दूरी की तोपें युद्ध के मैदान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
- ATAGS की मारक क्षमता और सटीकता भारतीय सेना को रणनीतिक बढ़त देगी।
- source internet… साभार….
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