Shift: महाकुंभ 2025 के आयोजन में 2013 की तुलना में कई बड़े बदलाव और सुधार देखने को मिल रहे हैं। विदिशा के रहने वाले नवल रघुवंशी, जो हर साल अपने परिवार के साथ कल्पवास के लिए आते हैं, ने व्यवस्थाओं में सुधार की प्रशंसा की है।
विस्तारित सुविधाएं
- शौचालयों की संख्या:
2013 में जहां उनके कैंप में 3 शौचालय थे, इस बार 11 शौचालय दिए गए हैं। - पानी की व्यवस्था:
पहले केवल 2 नल उपलब्ध थे, जबकि अब यह संख्या 6 नल तक बढ़ा दी गई है।
यह बदलाव दर्शाता है कि इस बार सरकार और प्रशासन ने श्रद्धालुओं की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने पर जोर दिया है।
2025 महाकुंभ: भव्यता और भव्यता का नया स्तर
- बजट:
इस बार सरकार ने महाकुंभ के आयोजन पर 5000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए हैं।- 2013 की तुलना में बजट में भारी वृद्धि हुई है।
- श्रद्धालुओं की संख्या:
- 2013 में महाकुंभ में लगभग 12 करोड़ श्रद्धालु आए थे।
- 2025 में यह संख्या 40 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है।
- यह वृद्धि 28 करोड़ अतिरिक्त श्रद्धालुओं को दर्शाती है।
- आकार और क्षेत्र:
- मेले का क्षेत्र 40 वर्ग किलोमीटर तक विस्तारित किया गया है।
- पूरे क्षेत्र को सजाया और चमकाया गया है।
- सुरक्षा व्यवस्था:
- कुंभ नगर को अभेद किले की तरह सुरक्षित बनाया गया है।
- सुरक्षा के मास्टर प्लान पर तेजी से काम किया गया है।
- प्रचार और भीड़ प्रबंधन:
- कुंभ मेला शुरू होने के 20 दिन पहले से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने लगी है।
- गाड़ियों को डेढ़ किलोमीटर पहले बैरिकेड लगाकर रोका जा रहा है।
2013 और 2025 की तुलना: दैनिक भास्कर की रिपोर्ट
2013 का कुंभ भी काफी भव्य था, लेकिन 2025 में व्यवस्थाएं और सुविधाएं तीन गुना अधिक बेहतर हैं।
- बजट और क्षेत्रफल में वृद्धि।
- श्रद्धालुओं की संख्या में बड़ा इजाफा।
- सुरक्षा और सुविधा के स्तर पर व्यापक सुधार।
महाकुंभ 2025 को ‘दिव्य’ और ‘भव्य’ बनाने के लिए सरकार का प्रयास हर पहलू में साफ दिखाई दे रहा है। श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुविधाएं, विस्तारित क्षेत्र, और उच्चस्तरीय सुरक्षा इसे अब तक का सबसे शानदार आयोजन बना रहे हैं।
source internet… साभार….
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