कल उमंग सिंघार बैतूल से पहुंचे थे छिंदवाड़ा
Statement: बैतूल। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे उमंग सिंघार के वीडियो के अनुसार आदिवासी क्षेत्र धार जिले से कांग्रेस के विधायक एवं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तथा पूर्व वन मंत्री उमंग सिंघार ने कल बैतूल से रवाना होने के बाद छिंदवाड़ा पहुंचने पर एक कार्यक्रम में यह बयान देकर लोगों को चौंका दिया कि गर्व से कहो हम आदिवासी हैं हिन्दु नहीं। श्री सिंघार के इस बयान को लेकर राजनैतिक हल्कों में कई तरह के अर्थ निकाले जा रहे हैं। कुछ लोग इसे सनातन का विरोधी बता रहे हैं तो कुछ लोग इसे आदिवासी समाज में अपने आपको मजबूत कर मध्यप्रदेश में कांग्रेस की गुटीय राजनीति में प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी से ऊपर दिखाने का प्रयास मान रहे हैं।
यह कहा सिंघार ने
कल बैतूल में कांग्रेस द्वारा आयोजित वोट चोर गद्दी छोड़ रैली को संबोधित करने के बाद श्री सिंघार ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के साथ जिला कांग्रेस अध्यक्ष निलय डागा के निवास पर पत्रकारों को संबोधित किया। उसके बाद वे छिंदवाड़ा के लिए रवाना हो गए और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी भोपाल चले गए। छिंदवाड़ा पहुंचने पर उमंग सिंघार ने मध्य प्रदेश आदिवासी विकास परिषद की जिला कार्यकारिणी की बैठक और राष्ट्रीय करमडार पूजा कार्यक्रम में संबोधन के दौरान कहा कि गर्व से कहो हम आदिवासी हैं, हिंदू नहीं। मैं कहता हूं शबरी ने राम को बेर खिलाए थे, वह शबरी आदिवासी थी। सिंघार ने कहा कि आदिवासी नेताओं को केवल अपने परिवार के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे समाज के उत्थान के लिए काम करना चाहिए। इस कार्यक्रम में उमंग सिंघार आदिवासी वेशभूषा में नजर आए।
सिंघार बोले- आदिवासियों को एकजुट होने की जरूरत
छिंदवाड़ा जिला कांग्रेस कमेटी के राजीव गांधी भवन में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए सिंघार ने कहा कि आदिवासी समाज को सामाजिक स्तर पर एकजुट होने की जरूरत है। उन्होंने कहा चाहे नेता हो या अधिकारी, उसकी डोर हमें अपने हाथों में रखनी चाहिए। हम सबको मु_ी की तरह मिलकर काम करना होगा।
गुटों में बंटी हुई प्रदेश कांग्रेस
2023 के विधानसभा चुनाव हारने के बाद कांग्रेस में बदलाव की बयार बही और कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सहित नेता प्रतिपक्ष के पदों पर नई नियुक्ति कर दी। बताया जाता है कि इसमें दिग्विजय सिंह और कमलनाथ जैसे राष्ट्रीय स्तर के नेताओं की अनदेखी की गई और यह दोनों नियुक्तियां सीधे राहुल गांधी के द्वारा करना बताई गई लेकिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष में खटास कई बार दिख चुकी है। इसका असर एक बार जिला स्तर पर भी दिखने लगा है।
बैतूल जिलाध्यक्ष की नियुक्ति में भी दिखा असर
हाल ही में हेमंत वागद्रे को जिला कांग्रेस पद से हटाकर पूर्व विधायक निलय डागा को नया अध्यक्ष बनाया गया है। राजनैतिक हलको में यह चर्चा होती रही है कि हेमंत वागद्रे को पुन: अध्यक्ष बनाए जाने के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने एड़ी-चोटी का जोर लगाया था लेकिन नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार निलय डागा के पक्ष में थे। इस तरह से जिला अध्यक्ष की नियुक्ति में भी ये बड़े नेता एकमत नहीं थे। कल बैतूल में आयोजित वोट चोर गद्दी छोड़ रैली के दौरान भी कांग्रेस का एक गुट ने दूरी बनाई रखी जिसमें सुखदेव पांसे के कट्टर समर्थक माने जाने वाले हेमंत वागद्रे और उनके समर्थक शामिल हैं लेकिन स्वयं सुखदेव पांसे पूरे कार्यक्रम में सबसे आगे दिखाई दिए।
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