Strike: छिंदवाड़ा:– जिले में सिंगल बस स्टॉपेज नीति के विरोध में निजी बस ऑपरेटरों ने गुरुवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी। गुरु पूर्णिमा जैसे धार्मिक पर्व के दिन अचानक बस सेवाएं बंद होने से हजारों यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। प्रदर्शन के दौरान ऑपरेटरों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बस स्टैंड पर प्रदर्शन किया।
🔴 बसों का संचालन पूरी तरह ठप
- गुरुवार को शहर से कोई भी बस रवाना नहीं हुई, हालांकि बाहर से आने वाली कुछ बसें सुबह पहुंची थीं।
- भोपाल, इंदौर, नागपुर, नरसिंहपुर, सागर और सिवनी जैसे प्रमुख रूटों पर बसें नहीं चलीं।
- हड़ताल के चलते अनुमानित 2000 से अधिक यात्री प्रभावित हुए।
🚖 टैक्सी चालकों ने वसूला मनमाना किराया
बसों की अनुपलब्धता का फायदा टैक्सी चालकों ने उठा लिया।
- नागपुर रोड पर टैक्सी चालकों ने यात्रियों से 500 से 600 रुपए तक का किराया वसूला।
- यात्रियों को मजबूरी में महंगे किराए पर सफर करना पड़ा।
🏛️ प्रशासन रहा गायब, कोई बातचीत नहीं हुई
- हड़ताल का कारण परिवहन विभाग द्वारा शहर के सभी स्टॉपेज हटाना और नियम उल्लंघन पर जुर्माने की चेतावनी बताया जा रहा है।
- दिनभर की हड़ताल के बावजूद प्रशासन का कोई प्रतिनिधि बातचीत के लिए नहीं पहुंचा।
🟢 शुक्रवार से सूत्र सेवा की बसें शुरू
- प्रशासन ने यात्रियों की समस्या को देखते हुए शुक्रवार से ‘सूत्र सेवा’ की बसें चलाने का निर्णय लिया।
- हालांकि, निजी बस ऑपरेटरों की हड़ताल जारी रहेगी।
- बस एसोसिएशन अध्यक्ष राजू मिगलानी और सोनू सरदार ने बताया कि उनकी मांग है कि शहर में कम से कम दो स्टॉपेज दिए जाएं, लेकिन प्रशासन इस पर राज़ी नहीं है।
🗣️ क्या बोले यातायात निरीक्षक?
यातायात निरीक्षक राकेश तिवारी ने बताया:
“परमिट की शर्तों के अनुसार बसों का संचालन होना चाहिए, उसी के तहत शहर के अंदर स्टॉपेज हटाए गए हैं।”
📌 आगे की राह
बस ऑपरेटरों ने जल्द ही प्रभारी मंत्री और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने की घोषणा की है। यदि जल्द समाधान नहीं निकला तो यह हड़ताल और अधिक लंबी खिंच सकती है, जिससे छिंदवाड़ा की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पूरी तरह चरमरा सकती है।
साभार …
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