परिजनों ने लिफ्ट प्रारंभ करने सीएस से की मांग
Trouble: बैतूल। सरकार ने करोड़ों रुपए की जिला अस्पताल की बिल्डिंग बनाकर इसमें लिफ्ट भी लगाई है लेकिन यह लिफ्ट आए दिन खराब हो जाती है जिससे विकलांग सहित बीमार और दुर्घटनाओं में गंभीर रूप से घायल मरीजों को वार्ड तक पहुंचाने में बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ता है। या तो मरीजों सीढ़ी चढऩे मजबूर होना पड़ता है या फिर उन्हें रेम्प का सहारा लेने को मजबूर होना पड़ता है। रेम्प पर भी स्ट्रेचर को खींचने में काफी ताकत लगती है। मरीजों के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन से शीघ्र लिफ्ट प्रारंभ करने की मांग की है।
पर्याप्त बिजली नहीं मिलने से है बंद

जिला अस्पताल में बीते दो दिनों से लिफ्ट बंद होने के कारण मरीजों और अस्पताल स्टाफ को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गर्मी के कारण बिजली की अधिक खपत हो रही है, जिससे लिफ्ट को पर्याप्त विद्युत आपूर्ति नहीं मिल पा रही है।
जल चुकी है वायरिंग

जानकारी के अनुसार, अस्पताल की लिफ्ट को पूर्व में मोटी वायरिंग से जोड़ा गया था, लेकिन वह जल चुकी है। फिलहाल लिफ्ट को अस्थायी रूप से पतली वायरिंग से चलाया जा रहा था, लेकिन अधिक समय तक उपयोग के कारण शॉर्ट सर्किट की आशंका बनी हुई थी। सुरक्षा को देखते हुए लिफ्ट को फिलहाल बंद कर दिया गया है।
स्ट्रेचर के सहारे मरीज

लिफ्ट बंद होने से मरीजों को रैंप के सहारे स्ट्रेचर से ऊपर-नीचे लाना पड़ रहा है, जिससे मरीजों के साथ-साथ वार्ड बॉय और अस्पताल स्टाफ को भी कठिनाई हो रही है। खासकर बुजुर्ग, गंभीर और प्रसूता मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल प्रबंधन ने संबंधित तकनीकी कर्मचारियों को वायरिंग की मरम्मत का कार्य जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं, ताकि जल्द से जल्द लिफ्ट को फिर से चालू किया जा सके।
इनका कहना…
जिला अस्पताल की लिफ्ट की वायरिंग जल जलाने के कारण उसे अस्थायी रूप से प्रारंभ किया गया था लेकिन लोड अधिक होने की वजह से अब वायरिंग बदल दी है जिससे लिफ्ट प्रारंभ हो गई है।
जगदीश घोरे, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल, बैतूल
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