Vastu Shastra: वास्तु शास्त्र में घर के प्रत्येक उपकरण और उसकी दिशा का विशेष महत्व बताया गया है। विशेषज्ञों के अनुसार, यदि घर के बाहर लगा बिजली मीटर गलत दिशा में है, तो यह परिवार की आर्थिक स्थिति, स्वास्थ्य और आपसी संबंधों पर नकारात्मक असर डाल सकता है।
क्यों महत्वपूर्ण है सही दिशा
वास्तु के अनुसार, घर में विद्युत उपकरणों को अग्नि तत्व से जुड़ी दिशाओं में रखना चाहिए। इनमें प्रमुख हैं—
- उत्तर-पूर्व (ईशान कोण): समृद्धि और आर्थिक स्थिरता से जुड़ी दिशा।
- दक्षिण-पूर्व (आग्नेय कोण): अग्नि तत्व की दिशा, जो स्वास्थ्य, ऊर्जा और उत्साह बनाए रखती है।
यदि बिजली मीटर इन दिशाओं में हो, तो घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है। वहीं, गलत दिशा में मीटर होने पर आर्थिक तंगी, कर्ज, स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां और घरेलू कलह जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
गलत दिशा के संभावित प्रभाव
- बार-बार बिजली संबंधी खराबी या फ्यूज उड़ना
- मानसिक तनाव और अनिद्रा
- खर्च बढ़ना और आय में बाधा
- घरेलू अशांति
वास्तु उपाय
यदि मीटर की दिशा बदलना संभव न हो, तो कुछ सरल उपाय अपनाए जा सकते हैं—
- दक्षिण-पूर्व कोने में सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
- मीटर के पास लाल कपड़ा बांधें।
- वहां तुलसी का पौधा लगाएं।
- मीटर पर स्वस्तिक का चिन्ह अंकित करें।
- यदि संभव हो, मीटर को आग्नेय कोण में स्थापित कराएं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, बिजली के उपकरणों की सही दिशा घर में आर्थिक, मानसिक और पारिवारिक संतुलन बनाए रखने में मदद करती है और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाती है।
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