Weather update:भोपाल | मध्यप्रदेश में मानसून की औपचारिक एंट्री से पहले प्रदेश दोहरी मौसमीय मार झेल रहा है। जहां एक ओर ग्वालियर, भिंड, मुरैना और श्योपुर जैसे जिलों में लू ने लोगों को बेहाल कर दिया है, वहीं दूसरी ओर झाबुआ, अलीराजपुर और रतलाम जैसे इलाकों में तेज बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने संकेत दिए हैं कि दक्षिण-पश्चिम मानसून 15 से 16 जून तक राज्य में प्रवेश कर सकता है।
प्रदेश के कई जिलों में आंधी और हल्की बारिश का अलर्ट
शनिवार को मौसम विभाग ने 40 से अधिक जिलों में तेज आंधी, गरज-चमक और हल्की बारिश की चेतावनी जारी की है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, सागर, बैतूल, धार और शाजापुर समेत दर्जनों जिलों में तेज हवा के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना है। विभाग के अनुसार, कुछ क्षेत्रों में हवा की गति 60 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुँच सकती है।
तापमान का कहर: खजुराहो सबसे गर्म
शुक्रवार को खजुराहो में अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पूरे प्रदेश में सबसे अधिक रहा। ग्वालियर में पारा 44.5 डिग्री, नर्मदापुरम में 44.4 डिग्री और नौगांव में 44 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। भोपाल में भी तापमान 40 डिग्री पार रहा, जबकि इंदौर 38.2 डिग्री पर थमा।
चार दिन का पूर्वानुमान: बारिश और आंधी दोनों सक्रिय
मौसम विभाग के अनुसार, 15 जून को प्रदेश के अधिकांश जिलों में मानसून की पहली बारिश देखने को मिल सकती है। 16 जून को मंडला और बालाघाट में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, वहीं 17 जून को जबलपुर, कटनी और नरसिंहपुर में भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है।
समय पर पहुंच रहा मानसून
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, इस बार मानसून ने देश में 8 दिन पहले दस्तक दी थी और अब वह निर्धारित समय (15 जून) पर ही मध्यप्रदेश में एंटर करेगा। पिछले साल मानसून 21 जून को पहुंचा था, लेकिन इस बार इसकी रफ्तार सही दिशा में है।
प्रशासन की अपील
राज्य प्रशासन ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें और अनावश्यक रूप से लू या आंधी के समय बाहर न निकलें। विशेषकर किसानों को सलाह दी गई है कि वे मानसून की पहली बारिश के बाद ही बोवनी की प्रक्रिया शुरू करें।
साभार…
Leave a comment