यहां जाने योजना का लाभ उठाने के नियम
PM Kusum Yojana – भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहाँ किसान बहुत बड़े स्तर पर खेती करते हैं। खेती में कुछ बातों का विशेष ध्यान रखा जाता है जिनमे से एक है सिंचाई अब ऐसी स्थिति में किसान दो तरह से काम करते हैं पहला तो बारिश का इंतजार करना, अब इसमें समस्या ये है की अगर अच्छी बारिश हुई तो फायदा वरना नुकसान अब ऐसे में कुछ किसान बिजली की ट्यूबवेल का उपयोग करते हैं। इससे उनका खर्चा काफी बढ़ जाता है। इसलिए, प्रधानमंत्री कुसुम योजना किसानों को सोलर पंप लगवाने के लिए सब्सिडी के रूप में मदद करती है। सरकार ने इस योजना के तहत 2022 तक 30,800 MW सोलर क्षमता पैदा करने का लक्ष्य रखा था। इस योजना की शुरुआत 2019 में हुई थी। कोविड-19 महामारी के कारण यह योजना प्रभावित हुई थी, लेकिन अब कुसुम योजना का लाभ मार्च 2026 तक उठाया जा सकता है।
योजना का उठाएं लाभ | PM Kusum Yojana
यदि आप अपने खेतों में सोलर पंप लगवाना चाहते हैं तो सरकार की इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। दरअसल, किसान अपनी फसल के लिए डीजल इंजन या फिर अन्य तरीकों से सिंचाई करते हैं। इससे निजात पाने के लिए किसानों को सोलर पंप उपलब्ध कराएगी। ऐसे में सरकार किसानों को खेतों में प्रधानमंत्री कुसुम योजना के अंतर्गत सोलर पंप लगाने पर अच्छी सब्सिडी दे रही है। इस योजना का सबसे बड़ा लाभ यह है कि किसानों का बिजली और डीजल का खर्च नहीं होता है और बिजली के ऊपर निर्भरता भी कम होती है। इससे खेती की लागत काफी हद तक कम होती है। Also Read – PM Kisan Yojana : पीएम किसान सम्मान निधि , जानिए किन 3 गलतियों से नहीं आएगा 16वीं क़िस्त का पैसा
वेबसाइट पर पंजीकरण
पीएम कुसुम योजना के लाभ प्राप्त करने के लिए किसानों को कृषि विभाग की वेबसाइट पर पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा। साथ ही, किसानों को बोरिंग की सुविधा भी उपलब्ध करानी चाहिए। पीएम कुसुम योजना के अंतर्गत आवेदन करने वाले किसानों को बैंक पासबुक, आधार कार्ड के साथ ही खसरा खतौनी की आवश्यकता होगी। इस योजना में, किसान को कुल लागत का 50 प्रतिशत अनुदान प्रदान किया जाएगा।
इसके लिए, किसानों को कृषि विभाग की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा। वेबसाइट का पता https://www.agriculture.upgov.com है।
ऑनलाइन बुकिंग | PM Kusum Yojana
किसानों को ऑनलाइन बुकिंग के साथ ही ₹5000 की टोकन मनी भी जमा करनी होगी। टोकन मनी की पुष्टि होने के बाद एक सप्ताह के भीतर, किसानों को अंश की बची धनराशि का ऑनलाइन टोकन जनरेट करना होगा और इसे इंडियन बैंक की किसी भी शाखा में ऑनलाइन माध्यम से जमा करना होगा। यदि इसे नहीं किया जाता है, तो आवेदन निरस्त हो जाएगा और टोकन मनी की धनराशि जप्त कर ली जाएगी।
इन मॉडल पर सब्सिडी
सोलर पंप के उपयोग से खेतों की सिंचाई के लिए किसानों को अधिक पैसे खर्च करने की आवश्यकता नहीं होती। जिले में 2HP एसी सरफेस-15, 2HP डीसी सरफेस-18, 2HP डीसी समर सिबल-12, 2 HP एसी समर सिबल-10, 3 HP डीसी समर सिबल-100, 3HP एसी समर सिबल-100, 5 HP एसी समर सिबल-80, 7.5HP एसी समर सिबल-35, 10 HP एसी समर सिबल-10, कुल 380 सोलर पंप स्थापित किए जाएंगे। Also Read – Kheti Kisani :- किसान की हर समस्या का होगा समाधान, आ गया है किसान हेल्पलाइन नंबर
Leave a comment