Solar Park: मध्यप्रदेश के मुरैना में 600 मेगावाट क्षमता वाला सोलर पार्क स्थापित करने की तैयारी चल रही है। यह प्रदेश का पहला ऐसा सोलर पार्क होगा, जहां सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक यानी लगभग 14 घंटे तक लगातार 17.60 लाख यूनिट बिजली सप्लाई करने की योजना बनाई गई है।
⚡ मुरैना सोलर पार्क की प्रमुख विशेषताएं:
✅ अन्य सोलर पार्क की तुलना में अधिक उत्पादन – आमतौर पर सोलर प्लांट 5-6 घंटे बिजली सप्लाई करते हैं, लेकिन मुरैना पार्क में बैटरी स्टोरेज तकनीक के कारण 14 घंटे तक सप्लाई संभव होगी।
✅ कम लागत वाली बिजली – 3.5 रुपये प्रति यूनिट की दर पर बिजली की आपूर्ति होगी, जो अन्य स्रोतों की तुलना में किफायती होगी।
✅ पीक आवर्स में स्थिर सप्लाई – सुबह 6-8 बजे और शाम 6-10 बजे के बीच बिजली की अधिक खपत होती है, जिसे यह सोलर पार्क पूरा करेगा।
✅ बैटरी स्टोरेज तकनीक का उपयोग – दिन के समय अतिरिक्त बिजली को बैटरी में संग्रहित कर लिया जाएगा और आवश्यकता के समय (सुबह/शाम) सप्लाई की जाएगी।
✅ पारंपरिक ग्रिड सप्लाई से अधिक विश्वसनीयता – अन्य सोलर प्लांट्स में बिजली की सप्लाई का समय निश्चित नहीं होता, लेकिन यह प्लांट निश्चित समय और मात्रा में बिजली प्रदान करेगा।
📊 बिजली उत्पादन का गणित:
🔹 1 किलोवाट सोलर प्लांट = प्रति दिन 4 यूनिट बिजली (सालाना 1460 यूनिट)
🔹 1 मेगावाट सोलर प्लांट = प्रति दिन 4000 यूनिट बिजली
🔹 440 मेगावाट क्षमता = प्रति दिन 17.60 लाख यूनिट बिजली
👉 पहले चरण में 600 मेगावाट की कुल क्षमता होगी, जिसमें से 440 मेगावाट फिक्स सप्लाई के लिए रहेगा और 160 मेगावाट से बैटरियां चार्ज की जाएंगी।
🛠️ निर्माण और टेंडर प्रक्रिया:
📌 टेंडर प्रक्रिया मई 2025 तक पूरी होगी
📌 कुल अनुमानित लागत – ₹3600 करोड़
📌 प्रोजेक्ट की कुल क्षमता – 1400 मेगावाट
रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर लिमिटेड के कार्यपालन यंत्री, अवनीश शुक्ला के अनुसार, यह सोलर पार्क मध्यप्रदेश की ऊर्जा आवश्यकताओं को नए स्तर तक ले जाएगा और भविष्य में नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन में एक बड़ा कदम साबित होगा।
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