अँधेरा होने कारण हनुमान ढोल मंदिर में बार बार होती है चोरियां
जन जागरण अभियान भाग-2
Campaign: बैतूल। देश को आजादी मिले हुए 78 वर्ष हो चुके हैं। इसके बावजूद जिला मुख्यालय बैतूल से 12 किमी. दूर एक बड़ा भाग विद्युत सुविधाओं से महरूम है। जबकि यह क्षेत्र बैतूल-रानीपुर, घोड़ाडोंगरी, सारनी, छिंदवाड़ा मुख्य मार्ग पर है और घोड़ाडोंगरी ब्लाक के अंतर्गत आता है। इसी क्षेत्र में लगभग 60 वर्ष पूर्व हनुमान जी का छोटे से रूप में मंदिर निर्मित हुआ था जो अब विशालकाय रूप ले चुका है और हजारों श्रद्धालुओं का आस्था का केंद्र बन गया है। लेकिन आजादी मिलने के बाद भी आज तक यह मंदिर रोशन नहीं हो पाया है।
विद्युत व्यवस्था होने से विकसित होगा क्षेत्र

खमालपुर से हनुमान डोल तक 2 किमी. के क्षेत्र में अधिकांश निजी किसानों की भूमि है। यदि इस 2 किमी. के मार्ग में विद्युतीकरण किया जाता है तो क्षेत्र में विकास के नए आयाम खुल सकते हैं। गौरतलब है कि पिछले 25 वर्षों से हनुमान डोल मंदिर के पास एक युवा ने पंवार इंडस्ट्रीज एवं सीमेंट वर्क के नाम से उद्योग डालने का जोखिम उठाया था जो विद्युत व्यवस्था नहीं होने के कारण सोलर प्लांट से काम कर रहा है। इसके चलते उत्पादन की लागत अधिक आ रही है। यदि विद्युत व्यवस्था पूर्ण हो जाती तो यह उद्योग भी बैतूल जैसे उद्योगों की श्रेणी में आ जाता।
बिजली आना चाहिए:पंवार
हनुमान डोल क्षेत्र में पंवार इंडस्ट्रीज का संचालन कर रहे गजेंद्र पंवार का कहना है कि बिजली नहीं होने के कारण हम सोलर प्लेट लगाकर फैक्ट्री चला रहे हैं। अगर बिजली आ जाती है तो हमारा काम बढ़ जाएगा। हम दिन के साथ-साथ रात में भी उत्पादन कर सकते हैं।
बोर्ड की मीटिंग में रखेंगे मामला: नागर

जन अभियान परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष मोहन नागर का कहना है कि हनुमान डोल मंदिर जिले का प्रसिद्ध धार्मिक क्षेत्र हैं और हम लोग भी यहां पर दर्शन के लिए जाते हैं। अभी तक यहां बिजली नहीं पहुंचने के पीछे वन क्षेत्र होने का कारण है। आप इस मामले को मेरे संज्ञान में लाए हैं तो मैं मुख्यमंत्री के माध्यम से वाइल्ड लाइफ बोर्ड को पत्र भिजवाऊंगा। चूंकि इस बोर्ड में मैं भी सदस्य हूं और बैतूल विधायक हेमंत खण्डेलवाल भी सदस्य हैं तो हम दोनों अनुमति दिलाने का प्रयास करेंगे जिससे हनुमान डोल क्षेत्र में बिजली आ सके।
शाम होते ही हो जाता है अंधेरा:बतरा

आनंदधाम के अध्यक्ष कश्मीरीलाल बतरा का कहना है कि हनुमान डोल मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर है। विडम्बना यह है कि यहां पर आजादी के बाद से आज तक बिजली नहीं पहुंची है। शाम होते ही अंधेरा होने के कारण लोग मंदिर में दर्शन करने नहीं जा पाते हैं। कम लोग जाने के कारण यहां बंदरों का आतंक भी है। पिकनिक मनाने जो लोग जाते हैं बंदर उनका खाना छीनकर ले जाते हैं। हनुमान डोल में बिजली आने से यहां पर चहल-पहल बढ़ जाएगी और ज्यादा लोगों का आना-जाना बढ़ जाएगा तो यह समस्या भी खत्म हो जाएगी।
12 बार हो चुकी चोरी: शर्मा

हनुमान डोल मंदिर समिति के अध्यक्ष राहुल शर्मा का कहना है कि बिजली नहीं होने के कारण शाम 6 बजे ही मंदिर के पुजारी वहां से आ जाते हैं। इसके बाद अंधेरा और सुनसान होने के कारण अभी तक लगभग 12 बार दान पेटी की चोरी हो चुकी है। मंदिर समिति जब यहां पर भण्डारा करती है तो बैतूल से जनरेटर लेकर जाती है। सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए। प्रसिद्ध मंदिर है और यहां पर बिजली होना चाहिए जिससे रात में भी लोग मंदिर में आकर दर्शन करें और यहां पर कार्यक्रम भी हो सकेंगे।
Leave a comment