Immunity:भोपाल | मानसून के आते ही मौसम में ताजगी तो आती है, लेकिन साथ ही बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। लगातार हो रही बारिश, उमस और तापमान में उतार-चढ़ाव के कारण वातावरण में बैक्टीरिया, वायरस, फंगस और मच्छरों का फैलाव तेजी से होता है। इसका सीधा असर शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) पर पड़ता है। विशेषज्ञों के अनुसार इस मौसम में डेंगू, मलेरिया, वायरल फ्लू, सर्दी-खांसी और पेट से जुड़ी बीमारियाँ आम हो जाती हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे समय में शरीर को न्यूट्रिएंट्स की भरपूर ज़रूरत होती है। संतुलित आहार, पर्याप्त पानी, जिंक, मैग्नीशियम और विटामिन C, D, E जैसे माइक्रोन्यूट्रिएंट्स इम्यून सिस्टम को मजबूत रखने में सहायक होते हैं। लेकिन इसके साथ ही कुछ घरेलू उपाय, जैसे काढ़ा पीना, बहुत लाभकारी साबित हो सकते हैं। यहाँ हम आपको बता रहे हैं ऐसे दो असरदार काढ़ों की रेसिपी, जो मानसून में आपकी प्रतिरक्षा क्षमता को बढ़ाकर आपको बीमारियों से दूर रखने में मदद कर सकते हैं।
🌿 1. इम्यूनिटी बूस्टर हर्बल काढ़ा
सामग्री:
- 1 छोटा टुकड़ा अदरक
- 5-6 तुलसी की पत्तियां
- 4-5 काली मिर्च
- 1 छोटा टुकड़ा कच्ची हल्दी (या आधा चम्मच हल्दी पाउडर)
- 2 कप पानी
- स्वाद के लिए शहद या गुड़
बनाने की विधि:
- पानी को पैन में लेकर उबालें।
- उसमें अदरक को कूटकर डालें।
- तुलसी की पत्तियां, कद्दूकस की हुई हल्दी और क्रश की हुई काली मिर्च भी डालें।
- मिश्रण को धीमी आंच पर 10 मिनट तक उबालें जब तक पानी आधा न रह जाए।
- काढ़े को छानकर हल्का गुनगुना होने पर शहद या गुड़ मिलाएं और सेवन करें।
📌 फायदे:
यह काढ़ा सर्दी, खांसी, गले में खराश और वायरल इंफेक्शन से बचाव में मदद करता है। साथ ही इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है।
🌿 2. गिलोय-दालचीनी काढ़ा
सामग्री:
- 3-4 इंच के गिलोय के 2-3 टुकड़े
- आधा चम्मच दालचीनी पाउडर या छोटा टुकड़ा
- 3-4 तुलसी पत्तियां
- 2 कप पानी
- नींबू का रस (कुछ बूंदें)
बनाने की विधि:
- एक बर्तन में पानी लें और उसमें गिलोय को क्रश करके डालें।
- दालचीनी और तुलसी की पत्तियां मिलाकर 10-15 मिनट तक धीमी आंच पर उबालें।
- तैयार काढ़े को छानकर थोड़ा ठंडा करें और नींबू रस की कुछ बूंदें मिला लें।
📌 फायदे:
गिलोय वाला यह काढ़ा वायरल फीवर, थकान और मौसमी बुखार में राहत देता है। नींबू का रस इसमें विटामिन C जोड़ता है, जिससे प्रतिरक्षा और भी मजबूत होती है।
🛑 सावधानियां:
- काढ़ा खाली पेट न पिएं, हल्के नाश्ते के बाद लें।
- मधुमेह या ब्लड प्रेशर के मरीज चिकित्सकीय सलाह लेकर ही सेवन करें।
- अधिक तीखा या कड़वा काढ़ा बच्चों को न दें।
- साभार…
Leave a comment