Mandatory: भोपाल। मध्य प्रदेश पुलिस ने नए भर्ती हुए आरक्षकों (रंगरूटों) की ट्रेनिंग में रामचरितमानस का पाठ शामिल करने का फैसला किया है। पुलिस ट्रेनिंग में अब रोजाना रामचरितमानस का अध्ययन कराया जाएगा, जिससे जवानों को घर से दूर रहकर आत्मबल बढ़ाने और मानसिक मजबूती हासिल करने की प्रेरणा दी जाएगी।
पुलिस प्रशासन का कहना है कि भगवान राम के 14 वर्ष के वनवास की कथा यह सिखाती है कि कठिन परिस्थितियों में धैर्य और अनुशासन कैसे बनाए रखना चाहिए। ट्रेनिंग का हिस्सा बनने वाले इस पाठ से जवानों को अपने जीवन को सशक्त और सार्थक बनाने की सीख मिलेगी।
हालांकि, इस निर्णय पर सवाल भी उठने लगे हैं। कांग्रेस ने इसे गैर-संवैधानिक बताया है, वहीं जमीअत ए उलेमा संगठन ने सुझाव दिया है कि अगर धार्मिक ग्रंथ पढ़ाना ही है तो अन्य धर्मों के ग्रंथ भी शामिल किए जाएं।
सांसद और अभिनेता अरुण गोविल (रामायण सीरियल के राम) ने इस पहल का समर्थन करते हुए कहा कि “रामचरितमानस केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि एक सामाजिक मार्गदर्शक है।”
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