Betul News: बैतूल। हम लोग सब सेन्ट्रल एशिया से आए है, लेकिन देश में सबसे पुरानी आबादी आदिवासियों की है। उक्त उद्गार मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राज्य सभा सांसद दिग्विजय सिंह ने बैतूल में मीडिया से चर्चा में व्यक्त किए। दिग्गी राजा भैंसदेही में आयोजित आदिवासी कांग्र्रेस के प्रशिक्षण शिविर में आए थे। कार्यक्रम के उपरांत बैतूल में कुछ देर रूके और मीडिया से चर्चा में भाजपा पर आदिवासियों की अस्मिता मिटाने की कोशिशों का आरोप तक लगा दिया।
मीडिया से चर्चा में उन्होंने यह भी कहा कि देश में पहला अधिकार आदिवासियों का है, लेकिन भाजपा की विचार संकुचित है। वे आदिवसियों को वनवासी कहना चाहते है। आदिवासी प्रकृति का पूजक है। धर्म परिवर्तन के कानून को लेकर सवाल करने पर उन्होंने कहा कि जहां जिसकी आस्था है वह उस धर्म का पालन करें। धर्म परिवर्तन का जहां तक सवाल है तो धर्म परिवर्तन यदि अपनी आस्था के अनुरूप होता है, स्वप्रेरणा से होता है तो वह अपराध नहीं है। यदि जबरदस्ती या प्रलोभन देकर किसी का धर्म परिवर्तन करवाया तो वह कानूनी अपराध है।
आदिवासियों का इतिहास 50 हजार वर्ष पुराना है

झाबुआ के विधायक एवं मध्यप्रदेश युवक कांग्रेस के अध्यक्ष रहे विक्रांत भूरिया से भी मीडिया ने चर्चा की। उन्होंने कहा कि आदिवासियों का इतिहास 50 हजार वर्ष पुराना है। किसी अन्य धर्म की बात करें तो वह 5 हजार साल पुराना है। मैं यह मानता है कि आदिवासियों को धर्म के बंधन में नहीं बांधना चाहिए और जिसे जो धर्म का पालन करना है वह कर सकता है। सभी धर्मो का सम्मान कांग्रेसी पार्टी करती है।
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