Space Station: वाराणसी। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT-BHU) का 14वां दीक्षांत समारोह गुरुवार को बड़े उत्साह के साथ आयोजित किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में इसरो (ISRO) के चेयरमैन वी. नारायणन और संस्थान के निदेशक प्रो. अमित पात्रा मौजूद रहे। इस अवसर पर टॉपर छात्रों को मेडल और सम्मान प्रदान किए गए।
समारोह को संबोधित करते हुए वी. नारायणन ने कहा कि “2035 तक भारत का अपना स्पेस स्टेशन होगा।” उन्होंने बताया कि चंद्रयान-4 और चंद्रयान-5 मिशनों पर कार्य जारी है, जिससे भारत अंतरिक्ष विज्ञान में नई ऊंचाइयां हासिल करेगा। उन्होंने कहा— “भारत ही एकमात्र देश है जिसने चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग की है। वहां से मिली जानकारी आने वाले मिशनों के लिए बेहद अहम है।”
इसरो प्रमुख ने IIT-BHU की सराहना करते हुए कहा कि वाराणसी की यह धरती शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में अद्भुत है। उन्होंने कहा— “यहां पढ़ना अपने आप में एक सौभाग्य है। आप सभी देश के भविष्य हैं।”
🎓 मेधावी छात्रों का सम्मान
- केमिकल इंजीनियरिंग की छात्रा अनन्या सिंह को प्रेसिडेंट गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया।
- अनन्या ने कुल 17 पुरस्कार जीते — जिनमें 13 स्वर्ण, 1 रजत और 3 विशेष पुरस्कार शामिल हैं।
- यह संस्थान के इतिहास में किसी एक छात्र द्वारा प्राप्त सबसे अधिक सम्मान हैं।
- डायरेक्टर गोल्ड मेडल
- आदित्य कुलकर्णी (मैथेमेटिकल साइंसेज)
- सूयश विजय (सिविल इंजीनियरिंग) को प्रदान किया गया।
इस बार 1,979 छात्रों को डिग्रियां दी गईं और 62 मेधावी छात्रों को कुल 123 पुरस्कार व मेडल मिले — जिनमें 97 स्वर्ण, 2 रजत और 24 अन्य पुरस्कार शामिल हैं।
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